रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने आज गूगल के साथ रणनीतिक साझेदारी करने और नए ग्राहक हासिल करने के लिए 5जी सॉल्यूशन तैयार करने का ऐलान किया। कंपनी की सालाना आम बैठक में अंबानी ने कहा कि गूगल जियो प्लेटफॉम्र्स में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश कर 7.73 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। दोनों कंपनियां साथ मिलकर सस्ते 4जी और 5जी स्मार्टफोन तथा ऐंड्रॉयड आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार करेंगी।
गूगल के मुख्य कार्याधिकारी सुंदर पिचाई ने वीडियो संदेश में कहा, ‘जियो में हमारा 4.5 अरब डॉलर का निवेश 10 अरब डॉलर के कोष से इस तरह का पहला और सबसे भारी निवेश है। इस साझे प्रयास के जरिये हम ऐसे लाखों भारतीयों के लिए किफायती स्मार्टफोन लाने पर ध्यान देंगे, जिनके पास अभी स्मार्टफोन नहीं हैं। साथ ही हम सभी का मोबाइल अनुभव भी बेहतर बना देंगे।’
ताजा निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉम्र्स ने फेसबुक, निजी इक्विटी फर्मों और सॉवरिन वेल्थ फंडों को कुल 32.97 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 1.52 लाख करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। निजी इक्विटी फर्मों और वेल्थ फंडों ने 4.91 लाख करोड़ रुपये के इक्विटी मूल्यांकन पर निवेश किया था, लेकिन गूगल 4.36 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर शेयर खरीद रही है।
2016 में अपने कारोबारी की शुरुआत में ही बेहद सस्ते डेटा प्लान से देसी दूरसंचार बाजार को हिला डालने वाली जियो अब वृद्घि के अगले स्तर के लिए तैयारी कर रही है। सालाना आम बैठक में कंपनी ने दफ्तर की बैठकों और शिक्षा के लिए मिश्रित रियलिटी ऐप्लिकेशन ‘जियो ग्लास’ लाने की घोषणा भी की।
कंपनी 5जी के लिए अपना सॉल्यूशन विकसित करने की तैयारी में भी है। अंबानी ने कहा, ‘इससे हमें पूरी तरह देश में तैयार तकनीकों और सॉल्यूशन का इस्तेमाल कर भारत में विश्व स्तर की 5जी सेवा शुरू करने में मदद मिलेगी। 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होते ही मेक इन इंडिया 5जी सॉल्यूशन तैयार हो जाएगा और अगले साल तक वह बाजार में उतारने लायक हो सकता है।’