facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

CCI के आदेशों की बार-बार अवहेलना कर रही Google : स्टार्टअप थिंक टैंक

Last Updated- March 28, 2023 | 9:06 PM IST
Google

एलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) ने गूगल पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेशों की ‘बार-बार अवहेलना’ करने तथा इन-ऐप खरीदारी और सदस्यता के लिए भारतीय ऐप डेवलपरों पर गूगल प्ले बिलिंग सिस्टम (जीबीपीएस) का उपयोग करने के लिए जोर देने का आरोप लगाया है।

भारतीय डिजिटल स्टार्टअपों के थिंक टैंक ने मंगलवार को कहा कि वैकल्पिक बिलिंग सिस्टम पर 11 से 26 प्रतिशत कमीशन शुल्क लेने की गूगल की नीति इसे ऐप डेवलपरों के लिए आर्थिक रूप से अनाकर्षक बना देगी।

इसने कहा कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र की यह दिग्गज कोई अतिरिक्त सेवा प्रदान किए बिना ही ‘अत्यधिक’ कमीशन ले रही है, जबकि भारत का संपूर्ण भुगतान उद्योग एक से पांच प्रतिशत सेवा शुल्क पर काम कर रहा है।

सीसीआई ने अक्टूबर 2022 में गूगल को ऐप डेवलपर्स को ऐप खरीदने के साथ-साथ इन-ऐप खरीदारी के लिए किसी भी तीसरे पक्ष की बिलिंग या भुगतान प्रक्रिया सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति देने का आदेश दिया था।

First Published - March 28, 2023 | 9:06 PM IST

संबंधित पोस्ट