प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
गोल्डमैन सैक्स ने भारत से 49 लोगों को अपने निवेश बैंक के प्रबंध निदेशक के रूप में पदोन्नत किया है। यह देश में उसका अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस कदम से बैंक के समग्र तंत्र में बेंगलूरु के उसके प्रौद्योगिकी केंद्र को दी जा रही प्राथमिकता का संकेत मिलता है।
वॉल स्ट्रीट के इस प्रतिष्ठित बैंक ने कहा कि दुनिया भर में उसके 54 कार्यालयों के 638 लोग 1 जनवरी से प्रबंध निदेशक बन जाएंगे। यह बैंक में दूसरा सबसे बड़ा पद है। इसके बाद इनमें से कई लोगों को पार्टनर के रूप में पदोन्नत किया जाएगा। हर दो साल में होने वाली इन तरक्कियों के तहत बेंगलूरु में 38, मुंबई में 6 और हैदराबाद में 5 पदोन्नतियां हुईं। 2023 में भारत से 35 लोगों को पदोन्नत किया गया। यह भारत में एमडी की सबसे बड़ी श्रेणी है, खासकर गोल्डमैन के मुंबई कार्यालय में, जो उसके भारतीय कारोबार को संचालित करता है और बेंगलूरु कार्यालय में, जो फर्म का प्रमुख वैश्विक प्रौद्योगिकी केंद्र है। न्यूयॉर्क और लंदन के बाद बेंगलूरु कार्यालय में सबसे अधिक पदोन्नतियां हुईं।
हालांकि, बेंगलूरु और हैदराबाद कुल एमडी का केवल 7 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं। 56 प्रतिशत या 358 लोग अमेरिका के थे और 25 प्रतिशत या 159 ईएमईए क्षेत्र से थे। उनमें से 94 भारतीय नागरिक हैं जबकि वर्ष 2023 में यह संख्या 80 और 2021 में 71 थी।
सीईओ डेविड सोलोमन ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि हमारे नए प्रबंध निदेशक फर्म की संस्कृति और साझेदारी, ग्राहक सेवा, ईमानदारी और उत्कृष्टता के हमारे मूल मूल्यों की रक्षा जारी रखेंगे, फर्म के उच्च मानकों को मजबूत बनाएंगे, क्योंकि हम जो कुछ भी करते हैं उसमें हमारी सर्वश्रेष्ठ होने की आकांक्षा होती है।’
गोल्डमैन भारत के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में कदम रखने वाली शुरुआती कंपनियों में से एक रही है, जिसने 2004 में आईटी और अन्य बैक ऑफिस सहायता से जुड़ी गतिविधियों के लिए बेंगलूरु में कार्यालय स्थापित किया था। पिछले दो दशक में उसके संचालन में कई गुना वृद्धि हुई है और अब इसमें कॉरपोरेट नकदी प्रबंधन, तरलता प्रबंधन जैसे बैंकिंग कार्यों की व्यापक श्रृंखला शामिल है।