गोदरेज प्रॉपर्टीज के चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज का मानना है कि कंपनी की बिक्री के लिहाज से वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही कमजोर रहेगी। हालांकि उन्हें भूखंडों की खरीदारी के लिए अवसर दिख रहे हैं। उनका मानना है कि डेवलपरों के बीच नकदी प्रवाह को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त उद्यम करने की भी संभावनाएं दिख रही हैं।
गोदरेज ने विश्लेषकों से बातचीत में कहा, ‘हम पहली तिमाही में उल्लेखनीय प्रभाव दिखने की उम्मीद करते हैं लेकिन हमारा मानना है कि जल्द ही नए लॉन्च की शुरुआत होगी और दूसरी तिमाही के बाद उसमें तेजी आएगी।’ गोदरेज ने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी के कारण कंपनी के 25 फीसदी कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों को बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहन योजना पर काम कर रही है।
गोदरेज ने कहा कि वे चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में क्यूआईपी के जरिये जुटाई गई रकम का निवेश करेंगे। इसी साल मार्च में गोदरेज ने क्यूआईपी के जरिये 3,750 करोड़ रुपये जुटाए। उन्होंने कहा, ‘अच्छी संभावनाएं (खरीदारी के लिए) मौजूद हैं लेकिन हम निवेश के मोर्चे पर विवेकपूर्ण रहना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि अभी किए गए निवेश का प्रभाव अगले तीन से चार वर्षों में मुनाफा अथवा नुकसान के तौर पर दिखेगा। गोदरेज ने कहा, ‘हम अगले साल से दमदार मुनाफा एवं नुकसान और मार्जिन की उम्मीद करते हैं।’ उन्होंने कहा कि अगले चार से पांच वर्षों के दौरान कारोबार में विस्तार होगा और वित्त वर्ष 2023 में बुकिंग मूल्य 10,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचने की उम्मीद है। गोदरेज प्रॉपर्टीज की वित्त वर्ष 2021 की बिक्री बुकिंग में सालाना आधार पर 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। कंपनी वित्त वर्ष 2022 में 19 नई परियोजना शुरू करने की तैयारी कर रही है।
गोदरेज समूह की इकाई गोदरेज प्रॉपर्टीज ने वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के दौरान 192 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में उसे 102 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। तिमाही के दौरान शहरों में मकानों की कमजोर बिक्री से कंपनी के मुनाफे को झटका लगा। पिछले एक साल में कंपनी ने पहली बार तिमाही नुकसान दर्ज किया है। तिमाही के दौरान कंपनी की आय 60 फीसदी घटकर 508 करोड़ रुपये रह गई जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,261 करोड़ रुपये रही थी।