स्टोर वापस लेगी फ्यूचर रिटेल

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 8:43 PM IST

फ्यूचर रिटेल और उसका निदेशक मंडल कंपनी के मूल्य का समायोजन करने और रिलायंस समूह द्वारा अधिग्रहीत स्टोर वापस लेने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की प्रतिबद्घता जताई है। एमेजॉन द्वारा फ्यूचर रिटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए जाने से संबंधित खबर बिज़नेस स्टैंडर्ड की वेबसाइट पर प्रकाशित होने पर बंबई स्टॉक एक्सचेंज ने फ्यूचर से इस पर स्पष्टीकरण मांगा था, जिसके जवाब में कंपनी ने यह जानकारी दी।
फ्यूचर रिटेल ने यह भी कहा कि उसके निदेशक मंडल ने रिलायंस समूह की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है और पिछले कुछ दिनों में रिलायंस द्वारा की गई सभी कार्रवाई पर पुनर्विचार करने का नोटिस दिया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 25 फरवरी से फ्यूचर समूह के स्टोरों का अधिग्रहण शुरू कर दिया था। फ्यूचर समूह ने 26 फरवरी को एक्सचेंज को बताया था कि ये स्टोर रिलायंस इंडस्ट्रीज से पट्टे पर लिए गए थे लेकिन बकाया नहीं चुकाए जाने के कारण कई स्टोर निलंबित करने का नोटिस मिला था। 9 मार्च को फ्यूचर समूह ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया था कि 7 और 8 मार्च को 947 स्टोरों का पट्टा निलंबित करने का नोटिस  मिला था।
कंपनी ने एक्सचेंज को बताया, ‘फ्यूचर रिटेल ने रिलायंस समूह को सूचित किया था कि स्टोर का बुनियादी ढांचा, सामान, भंडार आदि फ्यूचर रिटेल की संपत्तियां हैं और इन स्टोरों में पड़े सामान को फ्यूचर के ऋणदाताओं के पक्ष में जमानत के तौर पर गिरवी रखा गया है।’ कंपनी ने आगे कहा, ‘निदेशक मंडल ने रिलायंस समूह को यह सुनिश्चित करने को कहा कि कब्जे वाली सुरक्षित संपत्तियों को हस्तांतरित नहीं किया गया है।’
कंपनी ने यह भी कहा कि उसके निदेशक मंडल ने रिलायंस समूह द्वारा फ्यूचर रिटेल के कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र जारी करने की कार्रवाई पर भी आपत्ति जताई है। रिलायंस समूह फ्यूचर के 30,000 कर्मचारियों को रिलायंस एसएमएसएल में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है।
फ्यूचर समूह ने रिलायंस से निलंबन नोटिस, कर्मचारियों को नौकरी देने और हाल के समय में की गई कार्रवाई पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
फ्यूचर रिटेल ने यह भी स्पष्ट किया कि कई मीडिया रिपोर्ट और एमेजॉन द्वारा जारी सार्वजनिक नोटिस में भ्रामक तौर पर कहा गया है कि पंचाट और सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन कर फ्यूचर रिटेल अपनी रिटेल परिसंपत्तियां रिलायंस समूह को हस्तांतरित कर रही है।
कंपनी ने कहा कि उसके बोर्ड ने रिलायंस समूह के साथ दो बैठकें की हैं और कहा है कि उनके द्वारा स्टोरों का अधिग्रहण करने की एकतरफा कार्रवाई अप्रत्याशित और हैरान करने वाली है तथा इसने सकारात्मक परिदृश्य को जटिल बना दिया है। फ्यूचर रिटेल ने एक्सचेंज को स्पष्ट किया कि कोविड महामारी के दौरान किए गए लॉकडाउन से उसके कारोबार पर व्यापक असर पड़ा है। किशोर बियाणी के नेतृत्व वाली कंपनी की बिक्री में भी भारी गिरावट आई है और बढ़ते घाटे के कारण कंपनी का नेटवर्थ पूरी तरह खत्म हो गया है।
महामारी की दूसरी और तीसरी लहर में कंपनी की वित्तीय स्थिति और चरमरा गई तथा नकदी प्रवाह घटने से आपूर्तिकर्ताओं और पट्टेदारों का बकाया बढ़ता चला गया। फ्यूचर रिटेल ने रिलायंस समूह को कंपनी का रिटेल कारोबार 24,713 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की थी ताकि कारोबार चलता रहे और ऋणदाताओं के बकाये का भुगतान भी किया जा सके। रिलायंस समूह के साथ सौदे की घोषणा के बाद फ्यूचर अतिरिक्त पूंजी जुटाने में विफल रही, जिसकी वजह से कंपनी देनदारी चुकाने में चूक करने लगी।
फ्यूचर रिटेल ने एक्सचेंज को सूचित किया कि कई पट्टेदारों ने कंपनी के स्टोरों को निलंबित करने का नोटिस दिया है और बकाया वसूली तथा प्रॉपर्टी को खाली करने के लिए मुकदमा दायर किया है। उधर, रिलायंस समूह ने पट्टेदारों से संपर्क कर नए पट्टा करार पर हस्ताक्षर किए और फ्यूचर को स्टोर उप-पट्टे पर दिए हैं।

First Published : March 16, 2022 | 11:06 PM IST