एनसीएलटी के मुंबई पीठ ने फ्यूचर समूह की फर्मों को अपने शेयरधारकों व लेनदारों की बैठक बुलाने की इजाजत दे दी है ताकि रिलायंस रिटेल लिमिटेड को परिसंपत्तियों की बिक्री के लिए मंजूरी ली जा सके।
फ्यूचर रिटेल ने एक बयान में कहा, कंपनी को यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि एनसीएलटी के मुंबई पीठ ने कंपनी को शेयरधारकों व लेनदारों की बैठक आयोजित करने की इजाजत दे दी है ताकि विलय योजना पर मंजूरी हासिल की जा सके। एनसीएलटी ने एमेजॉन की तरफ से दाखिल हस्तक्षेप याचिका को खारिज कर दिया है।
मंगलवार को एक आदेश में एनसीएलटी ने कंनपी को शेयरधारकों व लेनदारों की असाधारण आम बैठक की तारीख तय करने को कहा। रिलायंस व फ्यूचर समूह ने पिछले साल अगस्त में ऐलान किया था कि रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड, किशोर बियाणी के फ्यूचर समूह के पूरे रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग कारोबार का अधिग्रहण करेगी। यह अधिग्रहण 24,713 करोड़ रुपये में होगा। मंगलवार को फ्यूचर रिटेल का शेयर बीएसई पर 9.98 फीसदी की बढ़त के साथ 51.80 रुपये पर बंद हुआ। इस सौदे से भारतीय रिटेल इंडस्ट्री में मुकेश अंबानी की स्थिति एकीकृत होगी, जहां एमेजॉन व वॉलमार्ट जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां ई-कॉमर्स में भारी निवेश कर रही है। टाटा समूह भी अपने नए सुपरऐप के जरिये ऑनलाइन रिटेल पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इस विलय से बियाणी को प्रवर्तक के स्तर पर व कंपनी के स्तर पर कर्ज से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी, जिसे कोरोना महामारी से बड़ा झटका लगा और कई स्टोर बंद हो गए। लेकिन फ्यूचर रिटेल की होल्डिंग कंपनी में 50 फीसदी हिस्सेदारी वाली एमेजॉन ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और अभी मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है। एमेजॉन इससे खुश नहींं है कि फ्यूचर रिटेल को शेल कंपनी के तौर पर छोड़ा जाएगा जबकि कारोबार की बिक्री प्रतिस्पर्धी कंपनी रिलायंस रिटेल को कर दी जाएगी।
इस महीने सर्वोच्च न्यायालय ने एनसीएलटी, प्रतिस्पर्धा आयोग और बाजार नियामक सेबी को अगले चार हफ्ते तक विलय सौदे पर कोई अंतिम आदेश पारित न करने का निर्देश दिया है। योजना के मुताबिक, फ्यूचर समूह की कंपनियों मसलन फ्यूचर रिटेल, फ्यूचर कंज्यूमर, फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस लिमिटेड, फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन लि., फ्यूचर ब्रांड लिमिटेड और फ्यूचर मार्केट नेटवर्क लिमिटेड का विलय पहले फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में होना है। इसके बाद रिटेल व होलसेल अंडरटेकिंग का हस्तांतरण रिलायंस रिटेल व फैशन लाइफ स्टाइल (रिलायंस रिटेल वेंचर्स के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक) को होगा। इसके साथ ही लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग अंडरटेकिंग का हस्तांतरण आरवीवीएल को होगा।
इसके बदले आरआएफएलएल की योजना फ्यूचर एंटरप्राइजेज के तरजीही इक्विटी शेयर में 1,200 करोड़ रुपये के निवेश की है, जो 6.09 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए होगा। साथ ही वह इक्विटी वॉरंट के तरजीही इश्यू पर 400 करोड़ रुपये और निवेश करेगी, जिसके परिवर्तन व इश्यू प्राइस के बाकी 75 फीसदी के भुगतान के बाद आरआरएफएलएल की तरफ से फ्यूचर एंटरप्राइजेज की 7.05 फीसदी हिस्सेदारी का और अधिग्रहण हो जाएगा। आआरएफएलएल व आरआरवीएल कुछ निश्चित उधारी व मौजूदा देनदारी का भी अधिग्रहण करेंगे और बाकी रकम नकदी में देंगे।
खुदरा व होलसेल अंडरटेकिंग की पहचानी गई परिसंपत्ति व देनदारी का हस्तांतरण रिलायंस रिटेल व फैशन लाइफ स्टाइल लिमिटेड को होगा, जो 5,628 करोड़ रुपये में होगा। खुदरा व होलसेल बिजनेस में बिग बाजार, एफबीबी, फूडहॉल, ईजीडे, निलगिरी, सेंट्रल व ब्रांड फैक्टरी शामिल होंंगे।
