टिकाऊ उपभोक्ता कंपनियां प्रीमियम उत्पादों की ज्यादा बिक्री से रूबरू हो रही हैं और इस वृद्धि के मुख्य कारणों में से एक है पहले के मुकाबले उपभोक्ताओं के लिए बेहतर वित्तीय विकल्प की उपलब्धता।
कंपनियां विभिन्न उत्पादों के लिए बिना किसी अग्रिम भुगतान के लंबी अवधि के लिए कर्ज और शून्य ब्याज की पेशकश कर रही है, लिहाजा उत्पाद ज्यादा अफोर्डेबल हो गए हैं। पहले 18 से 24 महीने की ईएमआई का विकल्प उपलब्ध था, लेकिन कंपनियां इसकी पेशकश सिर्फ चुनिंदा उत्पादों पर ही करती थी, पर अब ज्यादा उत्पाद इसके दायरे में हैं।
कोडक, थॉमसन, व्हाइट-वेस्टिंगहाउस आदि की ब्रांड लाइसेंसी एसपीपीएल के सीईओ अवनीत सिंह मारवाह ने कहा, कई लोग अब ईएमआई पर खरीदारी का विकल्प चुन रहे हैं और ज्यादा लोग नकद नहीं खरीद रहे। प्रीमियम इलेक्ट्रॉनिक्स व टीवी के मामले में भी ऐसा ही है, जहां कीमत ज्यादा होती है। ईएमआई पर खरीद अब सामान्य परिदृश्य बन गई है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय विकल्प अपनाने की दर अब 80-90 फीसदी है और यह आम हो गया है। साथ ही बाय नाउ पे लेटर के विकल्प ने भी जोर पकड़ा है। मारवाह ने कहा, टीवी में काफी मार्जिन होता है, ऐसे में निर्माताओं को ब्याज दरें समाहित कर उत्पाद बेचना आसान होता है।
साथ ही ईएमआई पर जिन उत्पादों की पेशकश की गई उनकी अवधि न सिर्फ ज्यादा रखी गई बल्कि हमने कुछ महंगे टीवी पैनल के लिए यह अवधि इस त्योहारी सीजन में 6 से 12 महीने तक बढ़ा दी ताकि उपभोक्ताओं के लिए इसकी खरीद ज्यादा सुविधाजनक बन जाए।
टिकाऊ उपभोक्ता खुदरा शृंखला विजय सेल्स ने बेहतर वित्तीय विकल्प के साथ पेश उत्पादों की संख्या पिछले साल के मुकाबले दोगुनी होते देखी है। विजय सेल्स के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा, पिछले साल हमने लंबी अवधि के वित्तीय विकल्पके साथ करीब 15 फीसदी उत्पादों की बिक्री देखी थी, जो अब बढ़कर 30 फीसदी हो गई है।
उन्होंने कहा कि टीवी पैनल के लिए पहले भी भुगतान के आसान विकल्प थे, लेकिन अब ये पिछले साल की मुकाबले और बेहतर हो गए हैं। साथ ही लैपटॉप के चुनिंदा ब्रांड भी शून्य अग्रिम भुगतान और 24 महीने तक की ईएमआई का विकल्प दे रहे हैं। वॉशिंग मशीन व रेफ्रिजरेटर जैसे बड़े सामान भी अब पिछले साल के मुकाबले उपभोक्ताओं को बेहतर वित्तीय विकल्प के साथ दिए जा रहे हैं।
गुप्ता ने कहा, यह निश्चित तौर पर उपभोक्ताओं को ज्यादा प्रीमियम उत्पादों का विकल्प चुनने को प्रोत्साहित करता है क्योंकि तब वह आकार के मामले में अपग्रेड का विकल्प चुनता है या प्रीमियम ब्रांड की ओर देखता है।
गोदरेज कंज्यूमर अप्लायंसेज ने भी कहा कि वह अपने ग्राहकों को पिछले साल के मुकाबले बेहतर वित्तीय विकल्प की पेशकश कर रही है।
गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा, वित्तीय पहुंच में बढ़ोतरी हुई है और आसानी से वित्त मिल जाता है। साथ ही वित्तीय विकल्प की पेशकश वाली कंपनियों की संख्या भी पहले के एक या दो के मुकाबले बढ़कर अब 14-15 हो गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे वित्तीय विकल्प से प्रीमियम उत्पादों की अफोर्डेबिलिटी बढ़ी है।
गोदरेज अप्लायंसेज ने भी इस त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को ज्यादा आकर्षक भुगतान विकल्प की पेशकश की है। पांच साल पहले उसके 20 फीसदी उत्पाद ईएमआई पर बिकते थे, जो अब बढ़कर 40 फीसदी तक हो गई है।
बॉश, सीमेंस के साथ एक और ब्रांड वाली कंपनी बीएसएच होम अप्लायंसेज इंडिया भी लंबी अवधि के ईएमआई विकल्प की पेशकश कर रही है।
कंपनी के एमडी व सीईओ सैफ खान ने कहा, भारतीय उपभोक्ताओं की बढ़ती आय और वैश्विक ट्रेंड व अत्याधुनिक तकनीक को तरजीह दिए जाने से हमने अपने उपभोक्ता वित्तीय समाधान को ग्राहकों के हिसाब से कर दिया है।
हमारी पेशकश में फिक्स्ड ईएमआई शामिल है, जहां ग्राहक हर महीने तय रकम चुकाता है। इसके अलावा लंबी अवधि वाला 18 महीने का ईएमआई विकल्प आदि भी उपलब्ध है।