एरिक्सन एंटीना सिस्टम (ईएएस) भारतीय बाजार के लिए अपने पैसिव एंटीना के पूरे उत्पादन का जून तक स्थानीयकरण करने की योजना बना रही है। दूरसंचार उपकरण विनिर्माता ने आज यह जानकारी दी। यह काम वीवीडीएन टेक्नोलजीज के सहयोग से किया जाएगा।
स्टॉकहोम की कंपनी ने कहा कि घरेलू जरूरतों को पूरा करने के अलावा भारत में विनिर्मित एंटीना का बड़ी संख्या में निर्यात किया जाएगा। वह अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के तहत भारत को रणनीतिक केंद्र बनाएगी। एंटीना संचार उपकरणों के बीच विद्युत चुंबकीय रेडियो तरंग भेजते और प्राप्त करते हैं तथा दूरसंचार उपकरण मूल्य श्रृंखला में महत्त्वपूर्ण घटक होते हैं।
टावर और छतों के अलावा एंटीना अक्सर गलियों के खम्बों और साइनबोर्ड जैसी जगहों पर स्थापित किए या छिपा दिए जाते हैं ताकि सेलुलर नेटवर्क बनाया जा सके। ये नेटवर्क भारत में 5जी शुरू होने के बाद से मोबाइल संचार, डेटा ट्रांसफर और इंटरनेट एक्सेस को सहज बनाते हैं।
ईएएस के प्रमुख माइकल एरिक्सन ने बयान में कहा, ‘एरिक्सन में एंटीना महत्त्वपूर्ण हैं और नेटवर्क के बेहतर प्रदर्शन और नवाचार के मामले में प्रवेश के रूप में काम करते हैं। भारत में विस्तार करने से हमारी क्षमता मजबूत होगी जिससे हम रफ्तार के साथ अत्याधुनिक तकनीक प्रदान कर सकेंगे जहां हमारे ग्राहक अगली पीढ़ी के नेटवर्क बना रहे हैं।’
एरिक्सन ने निजी क्षेत्र की तीनों दूरसंचार परिचालकों – रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (वी) के साथ वाणिज्यिक 5जी उपकरण की आपूर्ति के लिए साझेदारी की है। कंपनी भारत में 120 से अधिक वर्षों से है और इसकी शुरुआत साल 1903 में भारत सरकार को मैनुअल स्विचों की आपूर्ति के साथ हुई थी। साल 1994 में एरिक्सन भारत में विनिर्माण करने वाली पहली दूरसंचार कंपनी बन गई।