झंडु फार्मा का 800 करोड़ रुपये में अधिग्रहण कर चर्चा में आई इमामी के मुनाफे में बीते वर्ष की अंतिम तिमाही में 42 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
इमामी ग्रुप के निदेशक आदित्य अग्रवाल ने प्रदीप्ता मुखर्जी को बताया कि कैसे कंपनी चालू वित्त वर्ष में 15 से 20 फीसदी की विकास दर हासिल करेगी। पेश है, बातचीत के अंश :
बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में इमामी का मुनाफा 42 फीसदी घट गया। इस बारे में आपका क्या कहना है?
यह सच है कि कंपनी का मुनाफा घटा है। दरअसल, इस दौरान कंपनी को झंडु फार्मा के अधिग्रहण पर 800 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े, जिसका असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ा।
वैसे, हमें उम्मीद है कि कंपनी वित्त वर्ष 2009-10 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में बेहतर प्रदर्शन करेगी और कंपनी का मुनाफा भी बढ़ेगा। कंपनी अपने ब्रांड का पुनर्गठन कर रही है। इसके साथ ही कंपनी अपने संसाधनों का उपयोग झंडु की बिक्री बढ़ाने में करेगी, जिससे झंडु का परिचालन लागत घटेगा, जिसका लाभ कंपनी को मिलेगा।
वित्त वर्ष 2010 के बारे में आपकी क्या योजना है?
चालू वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री में 15-20 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है। हम नए उत्पादों को लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं, साथ ही ब्रांड के विस्तार की भी योजना है। उदाहरण के तौर पर कंपनी नवरत्न ब्रांड के तहत तेल के साथ-साथ टेलकम पाउडर भी ला रही है।
चालू वित्त वर्ष के लिए कंपनी की कोई खास रणनीति?
हमने पांच सदस्यों की एक समिति गठित की है, जो सहायक कंपनी झंडु फार्मा और इमामी रियल्टी के संसांधनों का अध्ययन कर रही है। दरअसल, इसका मकसद लागत में कटौती करना है।
अब तक सहायक कंपनियां स्वतंत्र रूप से काम कर रही थीं, लेकिन समिति लागत कम करने के लिए सभी कंपनियों के संसाधनों को शेयर करने की संभावनाओं पर विचार कर रही है। कंपनी झंडु फार्मा के पंजीकृत कार्यालय को मुंबई से कोलकाता लाने की भी तैयारी कर रही है। समिति कंपनी के एफएमसीजी और रियल्टी कारोबार का पुनर्गठन कर रही है।
इमामी का अन्य कारोबार कैसा प्रदर्शन कर रहा है?
कंपनी पश्चिम बंगाल सरकार के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत मिदनापुर में 2,200 करोड़ रुपये की लागत से लकड़ी पर आधारित कागज प्लांट लगाने की योजना है। इस संयंत्र की उत्पादन क्षमता 600 टन रोजाना होगी, जिससे 5,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
यह परियोजना अगले 4 सालों में पूरी होगी। इसके साथ ही कंपनी हल्दिया (पश्चिम बंगाल) में 250 करोड़ रुपये की लागत से बायोडीजल प्लांट लगाएगी। इस परियोजना पर 150 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है।
विज्ञापन और मार्केटिंग बजट के बारे में आपकी क्या राय है?
कंपनी अपने नए उत्पादों के विज्ञापनों पर 15-20 फीसदी ज्यादा खर्च कर रही है। गर्मियों के मौसम में विज्ञापन और ब्रांड प्रोमोशन पर कंपनी करीब 70 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। कंपनी को उम्मीद है कि गर्मी के मौसम में कंपनी की बिक्री 300 करोड़ रुपये होगी।
