End Off Season Sale: वसंत/गर्मी की एंड ऑफ सीजन सेल एक सप्ताह पहले शुरू कर दी गई है क्योंकि मई में कमजोर मांग की वजह से ब्रांडों के पास ज्यादा स्टॉक बचा हुआ है। इसकी वजह यह है कि उपभोक्ता चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए घरों से बाहर निकलने से कतराते रहे।
खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि हालांकि अप्रैल में बिक्री ठीक-ठाक रही, लेकिन मई में उतनी ही संख्या के स्टोरों की सालाना वृद्धि (एलएफएल) ऋणात्मक रही।
साल के बीच में एंड ऑफ सीजन सेल (End Off Season Sale) आम तौर पर जून के मध्य में शुरू होती है और जुलाई के अंत तक चलती है। कुछ उत्पादों पर स्वतंत्रता दिवस के सप्ताहांत में भारी छूट मिलती है। हालांकि स्टॉक बढ़ने के बावजूद छूट का स्तर वही बना रहता है।
पेपे जींस इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी मनीष कपूर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‘मांग धीमी रही है। अप्रैल ठीक रहा, लेकिन मई खराब रही। एलएफएल ऋणात्मक रहा।’
उन्होंने कहा कि सेल के इस सीजन में डेनिम ब्रांड द्वारा दी जाने वाली छूट 50 प्रतिशत तक है और उसका इरादा जुलाई के तीसरे सप्ताह तक बिक्री समाप्त करने का है। हम अब जून में एक अंक (एलएफएल) की बिक्री वृद्धि देख रहे हैं।
नाम न छापने की शर्त पर एक खुदरा विक्रेता ने कहा कि उद्योग के मामले में स्टॉक का जमावड़ा पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।
सेलियो इंडिया ने भी इस साल एंड ऑफ सीजन सेल चार से पांच दिन पहले ही शुरू कर दी है और यह अगस्त के पहले सप्ताह में समाप्त होगी।
सेलियो इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी सत्येन मोमाया ने कहा ‘इस साल त्योहारी सीजन पिछले साल की तुलना में पहले आ रहा है और हम त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले ताजा स्टॉक लाना चाहते हैं तथा हमने कुछ हद तक ‘फॉल कलेक्शन’ शुरू कर दिया है।’ उन्होंने कहा कि जून में अब तक एलएफएल आठ प्रतिशत बढ़ा है।
कोलकाता के क्वेस्ट मॉल में भी यही रुझान देखने को मिला और मई में ग्राहक कम आए। क्वेस्ट मॉल के मुख्य कार्य अधिकारी मुकेश कुमार ने कहा ‘मई में ज्यादा मांग नहीं दिखी क्योंकि ग्राहक गर्मी से बचने के लिए घरों में ही रहे। खुदरा विक्रेताओं ने अपनी बिक्री एक सप्ताह पहले कर दी है और हमें मई की तुलना में जून में तेजी दिखनी शुरू हो गई है।’
अलबत्ता रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) के अनुसार खुदरा विक्रेताओं ने मुख्य रूप से खाद्य, किराना और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के कारण तीन प्रतिशत की वृद्धि देखी है।
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी कुमार राजगोपालन ने विज्ञप्ति में कहा ‘खुदरा विक्रेताओं ने मई में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले तीन प्रतिशत का इजाफा देखा है। जहां गैर-जरूरी वस्तुओं पर उपभोक्ता व्यय सतर्क बना हुआ है, वहीं खाद्य, किराना और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं जैसी श्रेणियों में धनात्मक वृद्धि का मार्ग नजर आया है। खुदरा विक्रेता चुनाव के बाद के सीजन में कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं।’