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DGCA ने Akasa Air को फिर भेजा कारण बताओ नोटिस, ऑपरेशन मैनुअल संशोधन में देरी पर सख्ती

इस साल अगस्त में बेंगलूरु हवाई अड्डे पर जांच के दौरान ‘खराब रखरखाव मानक’ और ‘खामियां’ पाए जाने के बाद नियामक ने 9 दिसंबर को अकासा एयर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

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दीपक पटेल   
Last Updated- December 17, 2024 | 11:12 PM IST

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को अकासा एयर को एक और कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसमें कहा गया है कि उसके उड़ान संचालन निदेशक ने छह महीने की अनिवार्य अवधि के भीतर संचालन मैनुअल को संशोधित नहीं किया। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी।

यह इस महीने अकासा एयर को डीजीसीए का दूसरा कारण बताओ नोटिस है। इस साल अगस्त में बेंगलूरु हवाई अड्डे पर जांच के दौरान ‘खराब रखरखाव मानक’ और ‘खामियां’ पाए जाने के बाद नियामक ने 9 दिसंबर को अकासा एयर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

नियामक ने इस नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है। 16 दिसंबर को नियामक ने इस विमानन कंपनी को दूसरा कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि संचालन मैनुअल का संशोधन चक्र छह महीने से ज्यादा हो गया है, नहीं हुआ है  जो डीजीसीए नियमों का उल्लंघन है।

अधिकारियों ने कहा कि यह सुनिश्चित करना उड़ान संचालन निदेशक की जिम्मेदारी थी कि इन नियमों का पालन किया जाए। डीजीसीए ने इस नोटिस का जवाब देने के लिए कंपनी को 14 दिन का समय दिया है।

किसी भी विमानन कंपनी के परिचालन में सुरक्षा, नियामकीय अनुपालन और मानकीकृत प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए संचालन मैनुअल महत्वपूर्ण होती है। नियामकीय अपडेट को शामिल करने, परिचालन संबंधी बदलावों को पूरा करने और जांच या घटनाओं से सीखे गए सबक को शामिल करने के लिए अर्ध-वार्षिक संशोधन अनिवार्य होता है।

इसे अपडेट करने में विफल रहने से सुरक्षा और अनुपालन का जोखिम होता है, जिससे डीजीसीए के दंड की आशंका रहती है। अगस्त 2022 में वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन करने वाली अकासा एयर के पास 26 विमानों का बेड़ा है।

First Published : December 17, 2024 | 11:09 PM IST