जापानी औषधि निर्माता कंपनी दायची सांक्यो प्रतिस्पर्धी बोली को लेकर ओपन ऑफर की कीमत में संशोधन कर सकती है।
दायची ने 737 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से शेष 34.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए रैनबैक्सी लेबोरेटरीज के प्रवर्तकों के साथ एक समझौता किया है। यह महत्वपूर्ण बयान उस वक्त आया है जब खबरों में यह कहा जा रहा है कि अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर रैनबैक्सी की गैर-प्रवर्तक हिस्सेदारी के लिए एक काउंटर ऑफर लांच कर सकती है।
ओपन ऑफर मैनेजर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने दायची सांक्यो की ओर से एक सार्वजनिक घोषणा में कहा है कि प्रतिस्पर्धी बोली के लिए अंतिम तिथि 7 जुलाई तय की गई है। इसमें कहा गया है, ‘शर्तों के मुताबिक कंपनी इस ऑफर के बंद होने से सात दिन पहले कीमत में बदलाव ला सकती है।’
दायची ने भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी में 6,818.65 करोड़ रुपये में 20 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए अपने ओपन ऑफर की घोषणा की है। ईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक यह ऑफर 8 अगस्त को खुलेगा और 27 अगस्त को बंद हो जाएगा। शेयरधारकों के लिए की गई एक सार्वजनिक घोषणा के मुताबिक जापानी कंपनी ने 737 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से रैनबैक्सी में 20 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 92.1 करोड़ शेयरों क खरीद की पेशकश की है।
अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कंपनी के निदेशक मंडल में फेरबदल कर 10 सदस्यों को शामिल किया जाएगा जिसमें से चार स्वतंत्र और गैर-स्वतंत्र निदेशक रैनबैक्सी से चुने जाएंगे जबकि अन्य निदेशक दायची सांक्यो की ओर से होंगे। घोषणा के मुताबिक, ‘मालविंदर मोहन सिंह रैनबैक्सी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक बने रहेंगे। इसके अलावा वे बोर्ड के अध्यक्ष भी होंगे।’
हाल ही में रैनबैक्सी ने यह घोषणा की थी कि उसके प्रवर्तकों ने कंपनी में अपनी 34.8 फीसदी की पूरी हिस्सेदारी जापानी फर्म को 9,576.14 करोड़ रुपये में बेचने के लिए दायची सांक्यो के साथ एक शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। घोषणा में कहा गया है कि यदि यह ऑफर सफलतापूर्वक पूरा हो जाता है तो जापानी कंपनी की रैनबैक्सी में हिस्सेदारी 58.09 फीसदी की बनी रहेगी।