चीन विरोधी धारणा का फायदा उठाएं कंपनियां

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 3:27 AM IST

मौजूदा महामारी और देश की उत्तरी सीमा पर अप्रत्याशित चुनौतियों के बीच एलऐंडटी के चेयरमैन (समूह) ए एम नाइक ने आज कहा कि यह समय भारत में चीन विरोधी धारणा मजबूत करने और लंबी अवधि की रणनीति व उसके क्रियान्वयन की समयबद्ध योजना बनाने का है।
एलऐंडटी पहली वर्चुअल मीटिंग और 75वीं सालाना आम बैठक में नाइक ने आज शेयरधारकों से कहा कि मौजूदा परिदृश्य सरकार और उद्योग के लिए मिलजुलकर काम करने का है। उन्होंने कहा, मजबूत चीन विरोधी धारणा न सिर्फ देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी देसी उद्योग के लिए संभावित तौर पर बड़ा बदलाव ला सकता है। उत्पादक कार्यों के लिए इसके इस्तेमाल की खातिर भारत को त्वरित प्रतिक्रिया से आगे निकलने की दरकार है। देश अभी महामारी से लड़ रहा है, लेकिन एलऐंडटी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही बेहतर आर्थिक गतिविधियों का संकेत देगा। सरकार की तरफ से बनाए गए नैशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट से अहम क्षेत्रों में खर्च बढ़ सकता है और एलऐंडटी ऐसे मौके को पूंजीकृत करने के लिए तैयार है। नाइक ने कहा, बढ़त के लिए उपयुक्त माहौल बनाना भी आवश्यक है। जमीन अधिग्रहण व श्रम समेत कई क्षेत्रों में तत्काल सुधार की जरूरत है। वित्तीय व्यवस्था पर भी तत्काल ध्यान दिए जाने की दरकार है। नाइक ने कहा, प्रशासनिक महकमे को भी प्रक्रियाओं को उपयुक्त बनाना होगा और फैसला लेने की रफ्तार में तेजी लानी होगी।
महामारी की शुरुआत से ही एलऐंडटी ने अपने कर्मियों व हितधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। समूह के स्तर पर एलऐंडटी ने पीएम केयर्स फंड में 150 करोड़ रुपये का योगदान किया है, जिसमें कर्मचारियों की तरफ से दिए गए 19 करोड़ रुपये शामिल हैं।

First Published : August 14, 2020 | 12:03 AM IST