मांग में सुधार के साथ कंपनियों में नौकरियों की बौछार

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 9:47 AM IST

नौकरियों की बौछार होने जा रही है। कोविड-19 का टीका बनते ही कंपनियां जोश में आ गई हैं और टाटा, बिड़ला, रिलायंस तथा आईटीसी समेत तमाम नामी कंपनियां अगले कुछ महीनों में ज्यादा भर्तियां करने जा रही हैं।
टाटा समूह की सबसे कीमती कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) ने दिसंबर तिमाही में 15,721 लोगों की भर्तियां कर एक तरह से नया कीर्तिमान बना दिया। समूह की दूसरी कंपनियां भी इस मामले में पीछे नहीं हैं और वे अपनी चालू परियोजनाओं के लिए कर्मचारी तथा आवश्यक सामग्री जुटाने में व्यस्त हैं।  टीसीएस के मुख्य वित्तीय अधिकारी वी रामकृष्णन ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में जितने नए कर्मचारी जोड़े गए, उतने कभी किसी तिमाही में भर्ती नहीं किए गए।’ हाल में ही देश का नया संसद भवन बनाने का ठेका हासिल करने वाली टाटा प्रोजेक्ट्स भी निर्माण कार्य शुरू करने के लिए ज्यादा लोगों को भर्ती करने जा रही है।
सूचना-प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी इन्फोसिस ने कहा है कि वह इस वर्ष 24,000 नई भर्तियां करेगी। आदित्य बिड़ला समूह भी विभिन्न कारोबारों के लिए नए लोग तलाश रहा है। समूह के एक सूत्र ने बताया कि कॉलेज परिसरों से भर्ती करने की योजना है। रिलायंस रिटेल और रिलायंस जियो ने भी भर्ती तेज कर दी है। सूत्रों ने बताया कंपनी फ्यूचर समूह और अन्य इकाइयों के अधिग्रहण के बाद उनके कर्मचारियों को लानो की तैयारी कर रही हैं।
दूसरी बड़ी कंपनियों ने भी कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ उन्होंने भर्ती शुरू कर दी हैं। आईटीसी लिमिटेड में प्रमुख (कॉर्पोरेट मानव संसाधन) अमिताभ मुखर्जी ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था सुधरने के साथ मांग भी बढ़ती जा रही है, इसलिए नई प्रतिभाएं जोडऩे के मौके भी बढ़ेंगे। सेल्स एवं मार्केटिंग तथा आधुनिक व्यापार एवं आपूर्ति शृंखला जैसे कामों में भर्ती होंगी।’
वाहन कंपनियों में बड़े पैमाने पर भर्ती होने जा रही हैं। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजूकी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कंपनी पिछले वर्ष की तरह ही परिसरों में जाकर नौकरी देगी। मारुति सुजूकी इंडिया में वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (एचआर उपं आईटी) तथा कार्यकारी निदेशक मंडल के सदस्य राजेश उप्पल ने कहा, ‘हम बिजनेस स्कूलों और इंजीनियरिंग कॉलेजों से नए लोग लाएंगे। नई भर्तियों की संख्या में कमी नहीं की जाएगी।’
मारुति की प्रतिस्पद्र्धी कंपनी हुंडई और निसान ने भी कारों का उत्पादन बढ़ाने के बीच नए लोगों की भर्तियां की हैं। पिछले वर्ष कोविड-19 के बाद हुंडई ने 2,000 से अधिक लोगों की नियुक्तियां की हैं। जापान की कार कंपनी निसान ने भी 1,000 से अधिक नए लोग जोड़े हैं।
नई भर्तियों में कंपनियों की मदद करने वाली एजेंसियों ने कहा कि कई मझोली कंपनियां भी भर्ती करना चाहती हैं मगर वे माहौल थोड़ा और सुधरने का इंतजार कर रही हैं। रैंडस्टैड इंडिया में प्रमुख (स्ट्रैटेजिक अकाउंट मैनेजमेंट) संजय शेट्टी कहते हैं, ‘कोविड-19 का टीका आने और भर्तियां बढऩे में सीधा संबंध दिख रहा है। टीके से भर्ती प्रबंधकों तथा कपंनियों दोनों का हौसला बढ़ा है।’
इन एजेंसियों ने कहा कि विभिन्न कंपनियों के लिए दिसंबर तिमाही मजबूत रही है, इसलिए भर्तियां भी बढ़ रही हैं। डेलॉयट इंडिया में पार्टन आनंदरूप घोष का कहना है कि तकनीक में बदलाव और मंदी दोनों साथ-साथ चलते हैं और हरेक बार इन दोनों में बदलाव से रोजगार की संरचना बदल जाती है। एचआर मैनेजरों का कहना है कि ज्यादातर भर्तियां निचले एवं शुरुआती स्तरों (परिवहन, गोदाम प्रबंधन, सामान की आपूर्ति आदि के लिए) पर हुई हैं। मानव संसाधन विशेषज्ञों के अनुसार डिजिटल पेशेवरों की मांग पिछले दो से तीन महीनों के दारान खासी बढ़ गई है।
(साथ में शैली सेठ मोहिले, ईशिता  आयान दत्त और टीई नरसिम्हन)

First Published : January 14, 2021 | 10:38 PM IST