सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो ने कहा है कि भारत में क्लाउड प्रौद्योगिकी को अपनाने की दर कृत्रिम मेधा (AI) अपनाने की दर से आगे निकल रही है। कंपनी ने एक रिपोर्ट में कहा सर्वेक्षण में शामिल आधे से अधिक संगठन क्लाउड में निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।
‘क्लाउड’ प्रौद्योगिकी उपयोगकर्ताओं को किसी भी उपकरण से समान फाइल और एप्लिकेशन तक पहुंचने में सक्षम बनाता है। विप्रो फुलस्ट्राइड क्लाउड की रिपोर्ट में उत्तरी अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और स्विट्जरलैंड में मध्यम बड़े पैमाने के उद्यमों के 500 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों और निर्णयकर्ताओं के विचार शामिल हैं। यह सर्वेक्षण इस साल मई और जून के बीच किया गया।
रिपोर्ट कहती है, ‘‘सर्वेक्षण में शामिल 55 प्रतिशत संगठन क्लाउड को एआई से अधिक तेजी से अपना रहे हैं जबकि 35 प्रतिशत का कहना है कि वे दोनों प्रौद्योगिकियों के साथ समान गति से आगे बढ़ रहे हैं।’’
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वहीं सर्वेक्षण में शामिल 54 प्रतिशत संगठन हाइब्रिड क्लाउड में निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं जबकि 56 प्रतिशत संगठन की सार्वजनिक क्लाउड में अधिक निवेश की योजना है।
विप्रो फुलस्ट्राइड क्लाउड के प्रबंध साझेदार एवं वैश्विक प्रमुख जो डेबेकर ने कहा, ‘‘विप्रो में हम क्लाउड अर्थशास्त्र को एक विचारशील प्रबंधन रणनीति के रूप में देखते हैं, जो लागतों का बेहतर प्रबंधन कर सकती है, क्योंकि जनरेटिव एआई अनिवार्य रूप से खर्च बढ़ाती है।’’