दवा कंपनी सिप्ला (Cipla) के प्रवर्तकों यानी हामिद फैमिली के सदस्यों ने बुधवार को ब्लॉक डील के जरिये कंपनी की 2.53 फीसदी हिस्सेदारी बेची और खरीदारों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड और आदित्य बिड़ला सन लाइफ एमएफ शामिल हैं।
इससे मिली 2,637 करोड़ रुपये की नकदी का इस्तेमाल परोपकार समेत विशिष्ट जरूरतों पर किया जाएगा। मुंबई मुख्यालय वाली कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, आईसीआईसीआई एमएफ ने 743 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जबकि आदित्य बिड़ला सन लाइफ एमएफ ने 309 करोड़ रुपये की खरीदारी की।
स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी सूचना में सिप्ता ने कहा कि शीरीन हामिद, रुमाना हामिद, समीना हामिद और ओकासा फार्मा प्राइवेट लिमिटेड (सभी प्रवर्तक समूह के तौर पर वर्गीकृत) ने सिप्ला की 2.53 फीसदी हिस्सेदारी परोपकार समेत विशिष्ट जरूरतों की खातिर नकदी सृजन के लिए की।
लेनदेन के बाद पूरे प्रवर्तक समूह के पास कंपनी की 31.67 फीसदी हिस्सेदारी बनी र हेगी और वे सिप्ला के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध बने रहेंगे। मार्च के आखिर में प्रवर्तकों के पास कंपनी की 33.47 फीसदी हिस्सेदारी थी।
टॉरेंट फार्मा के साथ प्रवर्तक हिस्सेदारी बेचने की बात टूटने के आठ महीने बाद सिप्ला के प्रवर्तक फैमिली के कुछ सदस्यों ने अपनी हिस्सेदारी बेची। एक अन्य समूह प्रवर्तक कंपनी ओकासा फार्मा और एमके हामिद की पत्नी शीरीन व उनकी बेटियों समीना व रुमाना ने अपनी हिस्सेदारी का कुछ भाग बेचा।
सिप्ला के शेयर (Cipla Share) ने इस घटनाक्रम पर सकारात्मक प्रतिक्रिया जताई और 3.6 फीसदी चढ़कर 1,405 रुपये पर बंद हुआ।
बाजार के सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल प्राइवेट इक्विटी कंपनी ब्लैकस्टोन ने सिप्ला की प्रवर्तक हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की थी और सितंबर में टॉरेंट फार्मा ने अन्य पेशकश की थी। टॉरेंट की पेशकश उस समय की बाजार कीमत के करीब थी।
शेयर की पेशकश मंगलवार के बंद भाव पर अधिकतम 5 फीसदी की छूट के साथ की गई। बैंकरों ने कहा कि बिक्री के बावजूद हामिद फैमिली के पास कंपनी की खासी हिस्सेदारी बनी रहेगी, वहीं रोजाना के कामकाज प्रोफेशनल के हाथों में रहेंगे।
एक बैंकर ने कहा, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज में प्रवर्तकों के पास कंपनी की 26.6 फीसदी हिस्सेदारी है और उनके पास कंपनी का नियंत्रण है।