BS
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) लिथियम (lithium) की नीलामी में भाग लेने की इच्छुक है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) अरुण मिश्रा ने यह जानकारी दी है। भारत में पहली बार जम्मू-कश्मीर (J&K) के रियासी जिले के सलाल-हैमना क्षेत्रों में लगभग 59 लाख टन लिथियम भंडार (Lithium reserves) की पहचान की गई है। इस भंडार की नीलामी दिसंबर में होने की संभावना है। इस संबंध में जम्मू-कश्मीर प्रशासन एक लेनदेन सलाहकार नियुक्त करने वाला है।
मिश्रा ने लिथियम भंडार हासिल करने की योजना के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘बिल्कुल। क्यों नहीं? हिंदुस्तान जिंक पहले से ही मूल धातु क्षेत्र में है। जो भी लिथियम संपत्ति मिलेगी, वह रणनीतिक हित में होगी।’ CEO ने आगे कहा, ‘चूंकि मूल धातुएं हमारी (कंपनी की) रुचि का क्षेत्र हैं और लिथियम उनमें से एक है, इसलिए हम नए अवसरों की खोज करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि ऐसी धातुओं का भविष्य है।’
Also read: लिथियम भंडार की नीलामी के लिए तैयार जम्मू-कश्मीर, ऊर्जा क्षेत्र में दबदबे को तैयार भारत
उन्होंने कहा कि इसलिए HZL लिथियम (Lithium) भंडार के लिए नीलामी में भाग लेने के लिए तैयार है। लिथियम एक अलौह धातु है और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में उपयोग की जाने वाली बैटरी के प्रमुख घटकों में से एक है। इस धातु की मांग भारत में तेजी से बढ़ रही है।
कंपनी की बिक्री पेशकश (OFS) की योजना के बारे में पूछने पर मिश्रा ने कहा, ‘यह भारत सरकार के हाथ में है और मुझे यकीन है कि वे बाजार में सही अवसर की तलाश में हैं।’ HZL में सरकार की लगभग 29.54 फीसदी हिस्सेदारी है।