बिल्डरों द्वारा सीमेंट विनिर्माताओं पर कीमत बढ़ाने के लिए गुटबंदी करने का आरोप लगाए जाने के बाद सीमेंट विनिर्माताओं ने बिल्डरों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सरकार को गुमराह कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार को उनके मार्जिन पर ध्यान देना चाहिए। यह बात ऐसे समय में कही गई है जब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले दिनों कहा था कि सीमेंट उद्योग गुटबंदी के जरिये कीमतें बढ़ाने की कोशिश कर रहा है और इसलिए इस क्षेत्र में एक नियामक की तत्काल आवश्यकता है।
यह मामला ऐसे समय में उठ रहा है जब रियल एस्टेट डेवलपर्स और ठेकेदारों ने लगातार सीमेंट विनिर्माताओं पर कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाया है। हाल में बिल्डरों के संगठन द्वारा आयोजित एक बैठक में गडकरी ने भी संकेत दिया कि वह प्रधानमंत्री के सामने यह मुद्दा उठाएंगे।
हालांकि साउथ इंडिया सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसआईसीएमए) नाम से एक नया उद्योग संगठन बनाने वाली दक्षिण भारत की सीमेंट कंपनियों ने इन आरोपों का खंडन किया है। इंडिया सीमेंट के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एन श्रीनिवासन को एसआईसीएमए का प्रमुख बनाया गया है।
भारती सीमेंट्स के निदेशक एवं एसआईसीएमए के उपाध्यक्ष रविंदर रेड्डी और पेन्ना सीमेंट्स के निदेशक एवं एसआईसीएमए के सचिव कृष्ण श्रीवास्तव ने सीमेंट उद्योग के कमजोर विकास और उसके परिणामस्वरूप आवास क्षेत्र की सुस्त रफ्तार होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि फ्लैटों/मकानों की कीमतों में कृत्रिम वृद्धि इसकी मुख्य वजह है। सीमेंट कंपनियों का कहना है कि क्रेडाई और बीएआई के बैनर तले बिल्डरों के बीच एक स्पष्ट गुटबंदी का काम चल रहा है। वे 100 फीसदी से अधिक मार्जिन होने के बावजूद कीमतों को स्थिर रख रहे हैं।
प्रधानमंत्री को दी गई एक प्रस्तुति में उन्होंने कहा कि उनके मुनाफाखोरी संबंधी नजरिये पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
श्रीनिवासन ने कहा कि चेन्नई में सीमेंट की कीमतें 300 से 420 रुपये प्रति बैग (50 किलोग्राम) हैं। फ्लैट की कीमतों का एक बड़ा हिस्सा भूमि की लागत होती है और चेन्नई के प्रमुख क्षेत्रों में भूमि की कीमत 10,000 रुपये प्रति वर्ग फुट है। 2/2.4 के एफएसआई के मद्देनजर किसी फ्लैट में जमीन की कीमत लगभग 4,200 रुपये प्रति वर्ग फुट होगी। इसमें यदि 2,000 से 2500 रुपये प्रति वर्ग फुट की निर्माण लागत को जोड़ दिया जाए तो तैयार फ्लैट की कुल लागत 6,700 रुपये प्रति वर्ग फुट से अधिक हो सकती है। जबकि इन क्षेत्रों में बिक्री मूल्य 15,000 से 20,000 रुपये प्रति वर्ग फुट है।