डेनमार्क की प्रमुख ब्रेवरीज कंपनी कार्ल्सबर्ग ने अपने प्रमुख ब्रांड कार्ल्सबर्ग की बियर का देशव्यापी वितरण शुरू कर दिया है।
भारतीय बाजार में बडवीजर, यूबी गु्रप की किंगफिशर बियर और एशिया पैसीफिक ब्रेवरीज की टाइगर बियर (डयूश ब्रेवरीज हाइनकेन का एक संयुक्त उपक्रम) जैसे प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कार्ल्सबर्ग बियर अधिक महंगी है।
कंपनी गुणवत्ता में सुधार लाकर शहरी उपभोक्ताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी अब तक कुल 12,70,000 हेक्टोलीटर क्षमता वाली चार ब्रेवरीज के निर्माण पर 220 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। कंपनी साउथ एशिया ब्रेवरीज नाम से संयुक्त उपक्रम के जरिये भारत में कारोबार करती है जिसमें इसकी भागीदारी 45 फीसदी की है।
साउथ एशिया ब्रेवरीज के प्रबंध निदेशक प्रदीप गिडवानी ने बताया, ‘हम बियर वितरण के लिए शीर्ष 20 शहरों और महानगरों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कार्ल्सबर्ग इन शहरों में प्रीमियम माइल्ड बियर के रूप में अपनी जगह बनाएगी। इसके बाद हम कुछ आउटलेटों के जरिये इस ब्रांड की बिक्री करेंगे। विश्व के कुल आउटलेटों के तकरीबन 10 फीसदी आउटलेट इन शहरों में मौजूद हैं।’
दिल्ली में कंपनी 150 आउटलेटों में अपनी बियर बेचती है। बीयर बाजार में इसकी 4.5 फीसदी की भागीदारी है, वहीं यूबी समूह की तकरीबन 70 फीसदी और सैब मिलर की 20 फीसदी बाजार भागीदारी है। गिडवानी ने कहा कि 15 करोड़ केस (पेटियों) का भारतीय बियर बाजार, फिलहाल कम एल्कोहल वाली बियर और अधिक एल्कोहल वाली बियर में 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।