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नुकसान कम करने और दक्षता लाने पर है ध्यान: Byju’s CFO

एडटेक कंपनी Byju's का घाटा वर्ष 2020-21 के 4,564.38 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2021-22 (वित्त वर्ष 22) में 8,245.2 करोड़ रुपये हो गया है।

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पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- January 28, 2024 | 11:02 PM IST

एडटेक कंपनी Byju’s का घाटा वर्ष 2020-21 के 4,564.38 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2021-22 (वित्त वर्ष 22) में 8,245.2 करोड़ रुपये हो गया है। सहायक कंपनियों व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो के खराब प्रदर्शन की वजह से ऐसा हुआ है। बैजूस में भारत के मुख्य वित्तीय अधिकारी नितिन गोलानी का कहना है कि कंपनी को लगातार सुधार और वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 23) तथा वर्ष 2023-24 (वित्त वर्ष 24) में घाटा काफी कम होने की उम्मीद है। पीरजादा अबरार के साथ साक्षात्कार में गोलानी ने कहा कि कंपनी ने परिचालन के वित्तीय हालात में सुधार के लिए कई उपाय किए हैं, जिसमें खराब प्रदर्शन वाले कारोबारों को काफी हद तक कम करना भी शामिल है। प्रमुख अंश …

वित्तीय विवरण दाखिल करने में इतनी देर क्यों हुई और क्या-क्या चुनौतियां हैं?

पहले हमारे पास थिंक ऐंड लर्न (बैजूस की मूल कंपनी) के लिए वैधानिक लेखा परीक्षक के रूप में डेलॉयट हास्किन्स ऐंड सेल्स थी। ऑडिट काफी देर बाद हुआ। जुलाई-अगस्त 2023 में हमने लेखा क्षेत्र की प्रमुख बीडीओ ग्लोबल की ऑडिट शाखा एमएसकेए ऐंड एसोसिएट्स को अपना ऑडिटर नियुक्त किया।

यह उनके लिए पहले वर्ष का ऑडिट था। उस अवधि में हमने अपने निदेशक मंडल की अंतिम बैठक की और ऑडिट पर मुहर लगाई। ऑडिट शुरू हुआ तो करीब साढ़े तीन महीने में तय समय पर पूरा हुआ। हम कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में वित्त वर्ष 22 का वित्तीय विवरण पहले ही दाखिल कर चुके हैं।

वित्त वर्ष 22 में राजस्व बढ़कर 5,014.60 करोड़ रुपये होने के बावजूद घाटा लगभग दोगुना होकर 8,245.2 करोड़ रुपये हो गया। आप इन आंकड़ों को किस तरह देखते हैं?

वर्ष 2020-21 या​ वित्त वर्ष 21 (2,428.39 करोड़ रुपये) के मुकाबले वित्त वर्ष 22 में (5,298.43 करोड़ रुपये) कुल आय में 2.2 गुना इजाफा हुआ था। हां, नुकसान तो हुआ है, लेकिन मैं आपका ध्यान कंपनी के एबिटा की ओर आकर्षित करना चाहूंगा, जो वित्त वर्ष 21 में – 4,142.97 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 22 में – 6,679.11 करोड़ रुपये था। हालांकि हमारा एबिटा प्रतिशत 171 प्रतिशत से सुधरकर 126 प्रतिशत हो गया।

बैजूस ने व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो समेत कई अधिग्रहण किए हैं। कंपनी पर उनका क्या असर पड़ा?

कमजोर प्रदर्शन करने वाली संप​त्तियां मुख्य रूप से व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो (टैंजिबल प्ले) थीं, जिनका घाटे में 45 प्रतिशत (करीब 3,800 करोड़ रुपये) हिस्सा रहा। व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो को छोड़कर वित्त वर्ष 21 की तुलना में वित्त वर्ष 22 के दौरान कुल आय में तीन गुना इजाफा हुआ। एबिटा में भी सुधार हुआ।

पिछले दो वर्षों में हमने 11 फर्मों का अधिग्रहण किया। बेशक हर संपत्ति अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगी। अगर आप वास्तव में हमारे लिए उपयोगी संपत्तियों को देखें, तो आपको आकाश और ग्रेट लर्निंग को देखना चाहिए। जब हमने आकाश का अधिग्रहण किया, तो वह वित्त वर्ष 21 में 1,065 करोड़ रुपये के राजस्व वाली कंपनी थी।

वित्त वर्ष 22 में अधिग्रहण के पहले वर्ष के दौरान बैजूस नेतृत्व से इसमें 40 प्रतिशत (1,491 करोड़ रुपये) की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 23 में यह 40 फीसदी से अधिक बढ़ी है। ऐसी ही एक अन्य कंपनी है ग्रेट लर्निंग, जिसका अधिग्रहण वित्त वर्ष 21 में किया गया था और इसका राजस्व 354 करोड़ रुपये था तथा यह वित्त वर्ष 22 में 77 प्रतिशत बढ़कर 628 करोड़ रुपये हो गया। थिंक ऐंड लर्न भी है जो 120 फीसदी बढ़ी है।

खर्चों में बढ़ोतरी की वजह क्या है और नकदी व्यय पर नियंत्रण के लिए क्या योजना है?

8,245.2 करोड़ रुपये के घाटे में से लगभग 4,000 करोड़ रुपये का घाटा व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो का रहा है। इन दो कारोबारों के लिए हम विपणन व्यय को काफी हद तक दुरुस्त कर रहे हैं। वित्त वर्ष 23 में ये कारोबार फिर से पूरे समूह पर दबाव डाल सकते हैं। मैं इन कारोबारों से संबंधित मार्केटिंग पर एक भी रुपया खर्च नहीं कर रहा हूं और तालमेल तथा दक्षता लाने का प्रयास कर रहा हूं।

First Published : January 28, 2024 | 9:52 PM IST