भारती एयरटेल ने मंगलवार को कहा कि वह सैटलाइट कम्युनिकेशंस कंपनी वनवेब में सबसे बड़ी शेयरधारक बनने के लिए उसमें 50 करोड़ डॉलर और निवेश करेगी। इस कंपनी को पिछले साल भारती समूह व ब्रिटिश सरकार ने दिवालिया होने से बचाया था। ग्लोबल लो अर्थ ऑर्बिट सैटलाइट कम्युनिकेशंस कंपनी वनवेब को ब्रिटिश सरकार व भारती ग्लोबल की तरफ से दिवालिया होने से बचाए जाने की वर्षगांठ पर दोबारा फंडिंग मिली है। इस तरह से कुल फंडिंग 2.4 अरब डॉलर हो गई है।
भारती एयरटेल ने एक बयान में कहा, वनवेब ने भारती की तरफ से अतिरिक्त 50 करोड़ डॉलर के निवेश के कॉल ऑप्शन के जरिए अपना कायापलट पूरा कर लिया है। यह निवेश भारती की तरफ से कॉल ऑप्शन पर उठाए गए कदम का नतीजा है। लेनदेन पूरा होने और 55 करोड़ डॉलर का निवेश यूटेलसैट की तरफ से होने के बाद भारती के पास इसकी 38.6 फीसदी हिस्सेदारी होगी। ब्रिटिश सरकार, यूटेलसैट और सॉफ्टबैंक के पास 19.3-19.3 फीसदी हिस्सेदारी होगी। वनवेब ने एक बयान में ये बातें कही।
यह लेनदेन 2021 की दूसरी छमाही में पूरा होने की उम्मीद है, जो नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करेगा।