हिंदुजा समूह की कंपनी अशोक लीलैंड ने बताया कि साल 2012-13 तक कंपनी अपने सभी मौजूदा उत्पादों को हटाकर उनकी जगह नए उत्पादों को पेश करेगी।
कंपनी के एक वरिष्ठ कार्यकारी ने बताया कि तमिलनाडु और उत्तराखंड में कंपनी की सभी विस्तार योजनाएं तय कार्यक्रम के मुताबिक आगे बढ़ रही हैं।
अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक आर शेषशायी ने चेन्नई में वाणिज्यिक ट्रकों और 16 टन से 49 टन तक भार क्षमता वाले इंजन के लिए कंपनी के नए प्लेटफार्म की पेशकश के मौके पर उम्मीद जताई कि 2012-13 तक कंपनी के नए उत्पाद पूरी तरह से बाजार में आ जाएंगे। कंपनी इन उत्पादों को 2010 से बाजार में उतारना शुरू करेगी।
उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में कमी के बावजूद अशोक लीलैंड निवेश में कटौती नहीं करेगी। ब्याज दरों में वृद्धि के कारण वाणिज्यिक वाहन खंड में पिछले कुछ महीनों के दौरान गिरावट दर्ज की गई है। कंपनी द्वारा यूनीट्रक नाम से जारी किए गए प्लेटफार्म के बारे में उन्होंने बताया कि यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग को पूरा करेगा।
शेषशायी ने बताया कि यह प्लेटफार्म विभिन्न स्थानों, सड़क और बाकी जरुरतों को पूरा करेगा। यूनीट्रक रेंज के तहत कंपनी शुरुआत में नई पीढ़ी की कैब बाजार में पेश करेगी और बाद में अगली पीढ़ी की माडयुलर कैब इस कैब की जगह बाजार में उतारी जाएगी। माडयुलर कैब में लंबाई, ऊंचाई, चौड़ाई और फीचर के कई विकल्प मौजूद होंगे।
कंपनी ने ‘नेपच्यून’ नाम से एक नए इंजन को भी पेश किया है। इसकी माडयुल क्षमता 4.7 लीटर से 8 लीटर तक है और यह भारत स्टेज (बीएस)-3, बीएस-5 और यूरो-4 उत्सर्जन मानकों को पूरा करता है। इस इंजन में और कर इसे यूरो-वी में भी बनाया जा सकता है। इस इंजन की क्षमता अधिक होगी जबकि ईधन की खपत कम होगी।
उन्होंने बताया कि सभी नए वाहनों में ‘नेपच्यून’ इंजन को लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत में तैयार किए गए उत्पादों की कीमत अपेक्षाकृत कम है। हालांकि यूनिट लागत की बात करें तो कीमत में अधिक अंतर नहीं है क्योंकि वैश्विक कलपुर्जा निर्माता भी अब विकासशील देशों से अपने उत्पादों को मंगा रहे हैं।