भारतीय खुदरा कारोबारियों ने सरकार से मांग की है कि एमेजॉन द्वारा भारत में अपने ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए खोज नतीजों से छेड़छाड़ और दूसरी कंपनियों के उत्पादों की नकल करने के आरोप की जांच की जाए। रॉयटर्स में बुधवार को प्रकाशित एक जांच रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने भारत में अपने ब्रांड को मजबूती प्रदान करने के लिए उत्पादों की नकल और खोज नतीजों के साथ छेड़छाड़ की है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में एमेजॉन ने खोज नतीजों में छेड़छाड़ करके अपने उत्पादों के पक्ष में काम किया। इसके अलावा अन्य विक्रेताओं के उत्पादों की नकल करना भी भारत में कंपनी की औपचारिक रणनीति का हिस्सा रहा है। इस खबर के सामने आने के बाद अमेरिकी सीनेटर इलिजाबेथ वॉरेन ने भी एमेजॉन इंक को भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘दस्तावेज एमेजॉन की एकाधिकार शक्ति के हमारे भय को सही साबित करते हैं। इनसे पता चलता है कि कंपनी अपने प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग अपना फायदा बढ़ाने के लिए कर रही है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी को भंग करने के लिए कई वजहों में से एक यह भी है।