एमेजॉन ने अपनी भारतीय इकाई में 1,125 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस निवेश से ई-कॉमर्स दिग्गज को आगामी त्योहारी सीजन में वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट व रिलायंस की जियोमार्ट समेत अन्य प्रतिस्पर्धियों से मुकाबला करने में मदद मिलेगी।
कंपनी की ऑनलाइन मार्केटप्लेस इकाई एमेजॉन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को एमेजॉन कॉरपोरेट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड सिंगापुर और एमेजॉन डॉट कॉम इंक लिमिटेड मॉरीशस से निवेश मिला है। यह जानकारी एमेजॉन की तरफ से जमा कराए गए दस्तावेज से मिली, जिसकी सोर्सिंग बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर ने की है। यह निवेश निवेशकों को 10 रुपये प्रति शेयर की सांकेतिक कीमत पर 112.5 करोड़ इक्विटी शेयरों के आवंटन के जरिए हुआ है।
विश्लेषकों के मुताबिक, भारत में एमेजॉन की तरफ से साल 2020 में शायद तीसरा निवेश हो सकता है। सामान्य तौर पर निवेश के बीच कम से कम चार महीने का अंतर होता है, लेकिन हालिया निवेश काफी तेजी से हुआ है क्योंकि भारतीय इकाई ने जुलाई के पहले हफ्ते में 30.7 करोड़ डॉलर जुटाए थे। यह जानकारी बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पेपर डॉट वीसी के विश्लेषकों ने दी। पेपर डॉट वीसी के एक विश्लेषक ने कहा, हमारा अनुमान है कि इस लेनदेन के बाद भारतीय परिचालन में साल 2020 मेंं उनकी तरफ से कुल निवेश 75 करोड़ डॉलर के आसपास पहुंच गया है। कंपनी को साल 2018 और 2019 में क्रमश: 1.26 अरब डॉलर और 8.26 अरब डॉलर एफडीआई हासिल हुआ। चूंकि दीवाली का सीजन करकीब है और रिलायंस के प्रवेश से खुदरा क्षेत्र में मुकाबला कड़ा हो रहा है, ऐसे में लगता है कि वे और निवेश जल्द कर सकते हैं। इस महीने एमेजॉन और प्राइवेट इक्विटी फर्म समारा कैपिटल ने संयुक्त रूप से विटजिग एडवाइजरी सर्विसेज में 275 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया, जो मोर सुपरमार्केट चेन की होल्डिंग कंपनी है।
त्योहारी सीजन में अगले महीने एमेजॉन इंडिया ग्रेट इंडियन फेस्टिवल नाम से सेल का आयोजन कर रही है जबकि उसकी प्रतिस्पर्धी बिग बिलियन डेज के नाम से। ई-कॉमर्स की अकेले त्योहारी बिक्री पूरे सीजन में 7 अरब डॉलर के पार निकल सकती है।