एयरटेल ने 5जी के लिए टीसीएस से मिलाया हाथ

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:27 AM IST

भारती एयरटेल और टाटा समूह ने देश में ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क (ओआरएएन) पर आधारित 5 जी नेटवर्क समाधान को लागू करने के लिए रणनीतिक साझेदारी की आज घोषणा की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह कदम एयरटेल की मूल योजना से कहीं ज्यादा महत्त्वाकांक्षी है। पहले एयरटेल ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ कम कीमत में अपने लिए श्रेष्ठ 5जी नेटवर्क विकसित करने की साझेदारी तक सीमित था और कंपनी का दुनिया भर में शोध एवं विकास प्रदाता बनने का इरादा नहीं है।
लेकिन नए वैश्विक महत्त्वाकांक्षा के परिणामस्वरूप कंपनी अब प्रतिस्पद्र्घी कंपनी रिलायंस जियो को टक्कर देगी, जो पहले ही ओआरएएन पर विकसित स्वदेशी 5जी नेटवर्क के लिए देश में 5जी का परीक्षण शुरू कर चुकी है। रिलायंस जियो ने अपनी तकनीक और समाधान वैश्विक दूरसंचार कंपनियों को भी बेचने की घोषणा की है। भारती ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ सिस्टम एकीकरण क्षमता के लिए साझेदारी की है, क्योंकि नया ओआरएएन तकनीक में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर आधारित ओपन सोर्स तकनीक के एकीकरण में विशेषज्ञता की जरूरत होती है। आसान शब्दों में कहें तो एरिक्सन और नोकिया जैसी दूरसंचार उपकरण विनिर्माता कंपनियों द्वारा मुहैया कराई जाने वाली पहले की तकनीक में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को केवल एकसाथ जोड़ा जाता था। लेकिन ओआरएएन में दूरसंचार ऑपरेटर विभिन्न कंपनियों से अपने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर खरीद सकते हैं, जिससे प्रतिस्पद्र्घा बढ़ती है। 
रिलायंस जियो की तरह ही टाटा ने भी अत्याधुनिक ओआरएनए आधारित रेडियो के साथ ही स्टैंडअलोन और नॉन-स्टैंडअलोन कोर विकसित किया है, जो नेटवर्क को नियंत्रित करता है। आरेआरएएन नेटवर्क सॉफ्टवेयर पर निर्भर करता है और ज्यादा दक्षता एवं लचीलापन प्रदान करता है। रिलायंस ने भी अमेरिका में रेडियस खरीदा है, जिसका उपयोग 5जी के लिए सॉफ्टवेयर समाधान में किया गया है।
दोनों कंपनियों की साझेदारी के बारे में भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी (भारत और दक्षिण एशिया) गोपाल वि_ल ने कहा, ‘हम भारत को 5जी का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए टाटा समूह के साथ साझेदारी करने पर खुशी है। इससे भारत में नवोन्मेष और विनिर्माण को भी बढ़ावा मिलेगा।’
टीसीएस के एन गणपति सुब्रमण्यन ने कहा, ‘समूह के तौर पर 5जी के लिए मौका मिलने को लेकर हम रोमांचित हैं। एयरटेल को अपना ग्राहक बनाना हमारे लिए खुशी की बात है।’
नए गठजोड़ से कंपनी को प्रतिस्पर्धी जियो को वैश्विक बाजारों में टक्कर देने में मदद मिलेगी, क्योंकि अफ्रीका, बांग्लादेश और श्रीलंका में एयरटेल का पहले से ही अपना नेटवर्क है। दूसरी ओर टीसीएस दुनिया भर में कई दूरसंचार कंपनियों को सेवाएं दे रही हैं, जिसके अनुभव का लाभ मिलेगा।
एयरटेल पहले से ही ओआरएएन आधारित अपना 5जी तकनीक विकसित करना चाह रही थी। उसने इसके लिए टेक महिंद्रा के साथ भी बातचीत की थी। इसने कई विदेशी साझेदारों से भी गठजोड़ किया है जिनमें जापानी हार्डवेयर कंपनी एनईसी, ताइवानी कंपनी सेरकॉम, क्लाउस कंपनी रेडहैट आदि शामिल हैं।
भारती ने उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत दूरसंचार उत्पाद बनाने के लिए डिक्सन टेक्नोलॉजीज के साथ संयुक्त उपक्रम भी बनाया है।
हालांकि अभी तक उसकी योजना 5जी उत्पादों को बनाने की नहीं थी लेकिन आगे चलकर कंपनी ऐसा कर सकती है। कंपनी ने आंतरिक शोध एवं विकास टीम का भी गठन किया है जो सिस्टम एकीकरण के साथ ही तकनीक में सहयोग करेगी।

First Published : June 21, 2021 | 11:15 PM IST