एयर इंडिया (Air India) इस सप्ताह के दौरान अपने यात्रियों के गुस्से का शिकार बनी रही क्योंकि इसकी आधी से अधिक उड़ानों में खास तौर पर पुरानी क्रू रोस्टरिंग प्रणाली की वजह से देर हुई, जो पश्चिमी तट बिपारजॉय चक्रवात द्वारा उत्पन्न व्यवधान नहीं संभाल पाई और दो विमानों की उड़ानों को अचानक रोकना पड़ा।
विमानन कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने शुक्रवार को कहा कि एयर इंडिया लीडिंग-एज सॉफ्टवेयर में निवेश कर रही है ताकि चालक दस्ते को शीघ्रता से दोबारा नियुक्त किया जा सके और इसी तरह की कोई गड़बड़ी होने पर यात्रियों की तुरंत दोबारा बुकिंग की जा सके। यह सॉफ्टवेयर वर्ष 2024 की शुरुआत तक पूरी तरह से चालू हो जाएगा।
विल्सन ने एक संदेश के जरिये कर्मचारियों को बताया कि एयर इंडिया अपनी ग्राहक सूचना प्रणाली और प्रक्रिया को ‘लेस मैनुअल’ तथा अधिक सटीक बना रही है और व्हाट्सएप जैसे नए जरियों का उपयोग करने के लिए अपग्रेड कर रही है।
बिपारजॉय चक्रवात 11 जून को जब मुंबई के पास अरब सागर से गुजरा, तो शहर के हवाईअड्डे पर परिचालन अस्त-व्यस्त हो गया। इस अखबार ने इस मामले में एयर इंडिया के तीन अधिकारियों से बात की। हालांकि अन्य विमान कंपनियां 12 जून से अपना परिचालन ठीक करने में सक्षम रहीं, लेकिन क्रू रोस्टरिंग प्रणाली में दिक्कत के कारण एयर इंडिया के लिए ऐसा करना मुश्किल हो गया है। विमान कंपनी के अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 11 से 15 जून के बीच एयर इंडिया का दैनिक ऑन-टाइम प्रदर्शन (ओटपी) क्रमशः 32.3 प्रतिशत, 24.5 प्रतिशत, 41.7 प्रतिशत, 36 प्रतिशत और 65.4 प्रतिशत रहा। इस बीच इंडिगो और विस्तारा जैसी प्रमुख विमानन कंपनियों, जिनकी उड़ानों की मुंबई हवाईअड्डे पर आवाजाही एयर इंडिया की ही तरह पर्याप्त है, का ओटीपी 15 जून तक 90 प्रतिशत से ऊपर पहुंच चुका है।
टाटा समूह द्वारा संचालित एयर इंडिया की कुल उड़ानों में से लगभग 37 प्रतिशत उड़ानें मुंबई हवाई अड्डे से होकर गुजरती हैं। विस्तारा की लगभग 44 प्रतिशत उड़ानें, जो टाटा समूह द्वारा ही संचालित की जाती है, मुंबई हवाई अड्डे से होकर जाती हैं। विमानन विश्लेषण फर्म सीरियम के मुताबिक इंडिगो के मामले में मुंबई की यह हिस्सेदारी करीब 18 प्रतिशत है।
पहले अधिकारी ने कहा कि चालक दल के सदस्यों को दिल्ली से मुंबई भेजा गया है, ताकि वहां परिचालन सामान्य हो सके लेकिन इससे दिल्ली में कुछ कमी हो गई।