Puneet Chandok President, Microsoft India and South Asia
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की बिक्री टीमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और एआई एजेंटों का इस्तेमाल करके राजस्व में 9 प्रतिशत का अतिरिक्त इजाफा कर रही हैं। जब वे नए जमाने की तकनीक का इस्तेमाल नहीं करती थीं, उसकी तुलना में अब 20 प्रतिशत तेजी से सौदे कर रही हैं। कंपनी के कंट्री हेड ने यह जानकारी दी। इस एआई पारिस्थितिकी तंत्र में एजेंट सबसे लोकप्रिय चीज बन गए हैं। कंपनियां उन्हें अपने कर्मचारियों के साथ काम करने के लिए लगा रही हैं। उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे सामान्य काम करते हुए लोगों की मदद करेंगे, कारगरता और उत्पादकता में सुधार करेंगे तथा और अधिक मूल्यवर्धित काम करने के लिए समय निकालेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष पुनीत चंडोक ने शुक्रवार को बेंगलूरु में वॉलमार्ट ग्लोबल टेक के प्रमुख रिटेल-टेक कार्यक्रम कन्वर्ज 2025 में कहा, ‘यह तकनीक आपकी साथी बने, इसके लिए आपको इसमें विश्वास करना होगा। हमारे वे सभी सेल्स कर्मचारी जो एआई का उपयोग कर रहे हैं, वे राजस्व में 9.3 प्रतिशत का इजाफा कर रहे हैं और 20 प्रतिशत तेजी से सौदे कर रहे हैं। इसका ग्राहक सेवा पर भी असर पड़ रहा है और हमारे समाधान में 12 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।’ भारत में लगभग 25,000 इंजीनियरों वाली माइक्रोसॉफ्ट पहले ही कह चुकी है कि उसके एक-तिहाई कोड गिटहब के कॉ-पायलट ने लिखे थे।
चंडोक ने आगाह किया कि ऐसे एजेंटों को अपनाने में कंपनी के कार्यबल में अपनी चुनौतियां है। उद्यमों में एआई को अपनाने में अब भी उम्मीद से कम रहने की एक वजह यह है कि कर्मचारी इसे अपनाने में झिझक रहे हैं, इस आशंका के साथ कि यह भविष्य में उनकी नौकरियों को किस तरह प्रभावित करेगा।