एशिया के दूसरे सबसे अमीर अरबपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) की पावर ट्रांसमिशन कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (Adani Energy Solutions Ltd) विदेशी बॉन्डों के प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये 400 मिलियन डॉलर जुटा सकती है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग ने दी।
ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड द्वारा अमेरिकी करेंसी डील अगले तीन महीनों में होने की उम्मीद है। इसमें अदाणी की इंफ्रास्ट्रक्चर एसेट्स (सब्सिडियरी कंपनियां) भी शामिल हो सकती है।
गौरतलब है कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडबनर्ग रिसर्च (Hindenburg) की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट के बाद से अदाणी ग्रुप की कंपनियों को काफी संकट का सामना करना पड़ा। इसके शेयरों में भारी गिरावट आई और कंपनियों की वैल्यूएशन भी लगातार गिरती गई। जिसके चलते इसे अपनी कंपनियों में कुछ हिस्सेदारी भी बेचनी पड़ी थी।
लेकिन, बाद में मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की तरफ से जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद अदाणी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली और ग्रुप की कंपनियों ने फिर से रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया। अब अगर Adani Group की सभी 10 कंपनियों को मिला दिया जाए तो इसके विदेशी लोन में भी सितंबर 2023 तक 61 फीसदी की कमी देखी गई।
अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Limited) ने 27 फरवरी को बताया कि कंपनी ने अमेरिकी डॉलर मूल्य में बॉन्ड जारी कर 40.9 करोड़ डॉलर (409 मिलियन डॉलर ) जुटाने की योजना बनाई है। जिसकी मियाद 18 साल के लिए होगी।
Fitch Ratings ने AGEL के इस 18 साल के बॉन्ड को ‘BBB-(EXP)’ रेटिंग दी है। यह रेटिंग 2042 तक ‘स्टेबल ऑउटलुक’ के साथ दी गई है। यह रेटिंग दर्शाती है कि बॉन्ड निवेशकों के लिए मध्यम जोखिम वाला निवेश है।
Adani Group अपने एयरपोर्ट बिजनेस के विस्तार और ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्टस के लिए भी 2.6 अरब डॉलर जुटाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए समूह पश्चिम एशियाई देशों के टॉप सॉवरिन फंडों (sovereign funds) के साथ बात कर रहा है। माना जा रहा है कि अदाणी ग्रुप को मार्च में खत्म होने वाले चालू वित्त वर्ष (Financial Year 2023-24) में 80,000 करोड़ रुपये एबिटा की उम्मीद है।
Adani Energy Solutions के शेयरों में आज गिरावट NSE पर 0.69 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयर आज 1,069 रुपये पर बंद हुए।
हालांकि, इसके शेयरों ने 1 साल में निवेशकों को 66.28 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, 6 महीनों में इसके शेयरों में 22 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला।