गेहूं और लौह अयस्क के निर्यात पर अंकुश लगाने के मकसद से इनके लिए वैगन पंजीकरण शुल्क में इजाफा करने के एक महीने बाद रेल मंत्रालय ने सभी वस्तुओं के मालवहन के लिए वैगन पंजीकरण शुल्क में चार गुना इजाफा कर दिया है।
मंत्रालय ने परिपत्र जारी कर इसकी जानकारी दी। पहले पंजीकरण शुल्क प्रति वैगन 1,500 रुपये था जिसे अब बढ़ाकर 6,000 रुपये कर दिया गया है। इसके साथ ही पूरी रैक बुक करने का शुल्क मौजूदा 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि चुनिंदा जिंसों के लिए वैगन पंजीकरण शुल्क बढ़ाए जाने के बाद अब सभी तरह की जिंसों के लिए शुल्क में इजाफा किया गया है। पिछले 10 से 12 साल में इसमें बढ़ोतरी नहीं की गई थी।