पिछले कुछ हफ्तों से लगातार हो रही सोने में गिरावट ने जहां निवेशकों का आकर्षण कम किया है वहीं खुदरा ग्राहकों ने समय से पहले ही दिवाली और शादी के लिए सोने की खरीदारी शुरू कर दी है।
सोने की कीमत आज घटकर 11, 000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। सोने की कीमत में इस साल के उच्चतम स्तर 13,650 रुपये के पांचवें हिस्से की गिरावट दर्ज हुई है। करीब एक महीना पहले 15 जुलाई को सोने की कीमत ने इस उच्चतम स्तर को छुआ था।
ब्रांडेड आभूषण के खुदरा विक्रेता गीतांजलि जेम्स के प्रबंध निदेशक मेहुल चोक्सी ने पीटीआई से कहा, ‘सोने की कीमत में गिरावट एकदम सही समय पर हुई है जिससे दिवाली और शादी के मौसम में मांग बढ़ेगी।’ चोक्सी ने कहा कि मांग में महत्वपूर्ण रुप से वृध्दि हुई है और हम आगे अच्छी बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं।
गीतांजलि जेम्स नक्षत्र, अस्मि, गिलि, डी’डमास और संगिनी के ब्रांड के हीरे और सोने का आभूषण का कारोबार करती है। इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए दिल्ली स्थित कंपनी पी पी ज्वेलर्स के निदेशक पवन गुप्ता ने कहा ‘सोने की कीमत में हो रही गिरावट ने ग्राहकों को आकर्षित किया है। शादी के लिए अग्रिम खरीदारी के कारण पिछले दो दिनों में सोने खरीद का दबाव बढ़ा है।’
जीएमटी ज्वेलर्स मार्ट के अधिकारियों ने भी कहा कि कीमतों में गिरावट के मद्देनजर ग्राहकों ने सोने की तेजी से खरीददारी शुरू की है। कीमत लगभग वहां पहुंच गई जिस स्तर पर पिछले साल दिवाली के वक्त थी। पिछले साल सोने की कीमत 10,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर थी। इस साल दिवाली 28 अक्तूबर को है।
पारंपरिक तौर पर सोनी की मांग देश में साल की दूसरी छमाही में बढ़ जाती है जब रक्षाबंधन, दुर्गापूजा, धनतेरस और दीवाली का त्यौहार मनाया जाता है और शादियां शुरू हो जाती हैं। उद्योग विशेषज्ञों ने कहा कि दिवाली और धनतेरस तक कीमतें फिर से चढ़ जाने की अटकलों के कारण भी बाजार में खरीददारी बढ़ रही है।
रेलिगेयर कमोडिटीज के बिजनेस प्रमुख जयंत मांगलिक ने कहा, ‘अभी ही वक्त है सोने में निवेश का। कुछ खरीदार हाजिर और वायदा दोनों बाजारों में खरीद कर रहे हैं।’ विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमतों का श्रेय प्रमुख रुप से यूरो के मुकाबले डॉलर में आती मजबूती और कच्चे तेल की घटती कीमतों को जाता है।
अस्थिर कारोबार के बीच आठ महीने में सोने सबसे कमजोर स्तर पर आ गया है क्योंकि निवेशक सोने से अपने पैसे निकाल कर वापस अमेरिकी डॉलर और तेल में लगा रहे हैं जो रेकॉर्ड मूल्य स्तर को छूने के बाद नीचे आया है।