पाकिस्तान से आयात होने वाले सीमेंट पर मानसून की काफी मार पड़ी है जिससे इसमें 50 फीसदी कमी दर्ज की गई है।
ऑल पाकिस्तान सीमेंट मैन्यूफैक्चरर्स असोसिएशन (एपीसीएमए) के मुताबिक, जून में रोजाना औसतन 4 हजार टन सीमेंट का निर्यात भारत को किया गया, जो अब गिरकर दो से ढाई हजार टन रोज पर आ पहुंचा है।
एपीसीएमए के सचिव शहजाद अहमद ने बताया कि बारिश की वजह से समुद्री मार्ग द्वारा भारत को भेजे जाने वाले सीमेंट पर असर पड़ा है। सितंबर 2007 से लेकर अब तक पाकिस्तान ने कुल 10 लाख टन सीमेंट का निर्यात भारत को किया है।
भारत में सीमेंट का बाजार 17 करोड़ टन का है, इस लिहाज से यह मात्रा काफी कम है। इसलिए पाक से आयातित सीमेंट के चलते कुछ इलाकों को छोड़कर देश में सीमेंट की कीमत पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है। पाकिस्तानी सीमेंट की कीमत फिलहाल 52 डॉलर प्रति टन है और लदाई खर्च को जोड़कर मुंबई और वाघा बॉर्डर पर इसकी कीमत 72-73 डॉलर प्रति टन बैठती है।
इस तरह 50 किलो के सीमेंट बोरी की कीमत करीब 153 रुपये पड़ रही है। इस तरह भारतीय सीमेंट की कीमत 235-250 रुपये प्रति बोरी से यह काफी सस्ता है। एपीसीएमए के सचिव शहजाद ने बताया कि भारत को सीमेंट का निर्यात करने वाली पाकिस्तानी कंपनियां घाटा उठा रही हैं क्योंकि उनकी लागत करीब 68 डॉलर प्रति टन है।
हालांकि घरेलू मांग पूरी होने के बाद पाक कंपनियों के पास सीमेंट बच जाता है, इसलिए ये कंपनियां इसका निर्यात कर देती हैं। इन कंपनियों को उम्मीद है कि जब भारतीय कंपनियां कीमत बढ़ाएंगी तो पाक सीमेंट की कीमत में भी इजाफा होगा। अहमद ने बताया कि जुलाई से मार्च के बीच सीमेंट उद्योग को तकरीबन 7 करोड़ का घाटा उठाना पड़ा है।
अप्रैल 2007 में भारत सरकार ने सीमेंट आयात पर लगने वाले काउंटरवेलिंग डयूटी में 16 फीसदी की कटौती की थी। यही नहीं इस पर लगने वाले 4 फीसदी अतिरिक्त सीमा शुल्क को भी हटा लिया गया था। जनवरी 2007 में सीमेंट आयात पर आयात शुल्क को शून्य करने की घोषणा की गयी।