facebookmetapixel
₹6,900 लगाकर ₹11,795 तक कमाने का मौका! HDFC Securities ने सुझाई Bank Nifty पर Bear Spread स्ट्रैटेजीStock Market Today: लाल निशान के साथ खुले सेंसेक्स और निफ्टी; जानें टॉप लूजर और गेनरStocks to Watch today: स्विगी, रिलायंस और TCS के नतीजे करेंगे सेंटीमेंट तय – जानिए कौन से स्टॉक्स पर रहेंगी नजरेंLenskart ने IPO से पहले 147 एंकर निवेशकों से ₹3,268 करोड़ जुटाएBFSI Summit 2025: बीमा सेक्टर में दिख रहा अ​स्थिर संतुलन – अजय सेठरिलायंस और गूगल की बड़ी साझेदारी: जियो यूजर्स को 18 महीने फ्री मिलेगा एआई प्रो प्लानबीमा सुगम उद्योग को बदलने के लिए तैयार : विशेषज्ञअस्थिर, अनिश्चित, जटिल और अस्पष्ट दुनिया के लिए बना है भारत: अरुंधति भट्टाचार्यभारत की 4 कंपनियों को मिला चीन से ‘रेयर अर्थ मैग्नेट’ आयात लाइसेंस, वाहन उद्योग को मिलेगी राहतएआई से लैस उपकरण से बदला डिजिटल बैंकिंग

इस बार खरीफ सीजन में रिकॉर्ड बोआई, धान और सोयाबीन की खेती ने पकड़ी रफ्तार; सरकार के आंकड़े चौंकाने वाले

सरकार ने बताया कि 13 जून तक खरीफ फसलों की बोआई में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी दर्ज की गई, धान, सोयाबीन और मोटे अनाजों का रकबा तेजी से बढ़ा।

Last Updated- June 17, 2025 | 6:38 PM IST
Kharif crops
प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो: Pexels

खरीफ फसलों की बोआई शुरू हो चुकी है। शुरुआती दौर में ही ये फसलें खूब बोई जा रही हैं। इन फसलों की बोआई पिछले साल से अधिक हो रही है। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की बोआई भी पिछले साल से अधिक चल रही है। मक्का, अरहर, रागी, कपास व मूंगफली को छोड़कर बाकी अधिकतर खरीफ फसलों के रकबा में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस साल 13 जून तक 89.29 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल के रकबा 87.81 लाख हेक्टेयर से 1.68 फीसदी अधिक है।

धान का रकबा 13.25 फीसदी बढ़ा

धान खरीफ सीजन की सबसे बड़ी फसल है। कृषि व किसान कल्याण विभाग के मुताबिक पिछले सप्ताह के अंत यानी 13 जून तक 4.53 लाख हेक्टेयर में धान की बोआई हो चुकी है। पिछली समान अवधि में यह रकबा 4 लाख टन था। इस तरह इस साल धान के रकबा में 13.25 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। इसी अवधि में कपास का रकबा मामूली घटकर 13.19 फीसदी रह गया। जूट की बोआई भी थोड़ी घटकर 3 फीसदी घटकर 5.48 लाख हेक्टेयर रह गई।

दलहन फसलों की बोआई में इजाफा

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 13 जून को समाप्त सप्ताह तक 3.07 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछली समान अवधि में 2.60 लाख हेक्टेयर में बोई गईं दलहन फसलों से 18 फीसदी ज्यादा हैं। दलहन फसलों में अरहर का रकबा पिछले साल 0.41 लाख हेक्टेयर से घटकर इस साल 0.30 लाख हेक्टर रह गया। इस दौरान उड़द का रकबा 0.18 लाख से बढ़कर 0.43 लाख हेक्टेयर, मूंग का 1.38 लाख से बढ़कर 1.56 लाख हेक्टेयर हो गया।

Also Read: महाराष्ट्र में बारिश से फसलों को भारी नुकसान, पर सरकार ने घटाया मुआवजा; किसानों में नाराजगी

सोयाबीन की बोआई पिछले साल से अधिक

कृषि व किसान कल्याण विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 13 जून तक तिलहन फसलों की बोआई 2.05 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई, जो पिछली समान अवधि की 1.50 लाख हेक्टेयर से करीब 30 फीसदी अधिक है। इस दौरान सोयाबीन का रकबा ढाई गुना से भी अधिक बढ़कर 1.07 लाख हेक्टेयर हो गया। सूरजमुखी, तिल, नाइजर और अरंडी की बोआई में भी इजाफा हुआ है। हालांकि इस दौरान मूंगफली की बोआई 18 फीसदी घटकर 0.58 लाख हेक्टेयर रह गई।

अन्न श्री अनाजों की भी खूब हो रही है बोआई

अन्न श्री/मोटे अनाजों की भी इस खरीफ सीजन में खूब बोआई हो रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 13 जून तक 0.86 लाख हेक्टेयर में बाजरा बोया जा चुका है, जबकि पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा महज 0.03 लाख हेक्टेयर था। ज्वार का रकबा पिछले साल के 0.75 लाख से बढ़कर 1.01 लाख हेक्टेयर हो गया। इस साल 13 जून तक रागी और मक्का की बोआई कम हुई। मक्का का रकबा करीब 16 फीसदी घटकर 3.60 लाख हेक्टेयर और रागी की बोआई तो ना के बराबर 0.02 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल 13 जून तक इसका रकबा 0.31 लाख हेक्टेयर था।

First Published - June 17, 2025 | 6:28 PM IST

संबंधित पोस्ट