रूस से कोकिंग कोल आयात जारी रखने को इच्छुक भारत

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 8:30 PM IST

इस्पात मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने आज कहा कि भारत रूस से कोकिंग कोल का आयात जारी रखने को इच्छुक है। भारत का यह कदम रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद की वैश्विक धारणा को शिथिल करता नजर आ रहा है।
नई दिल्ली में आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में इस्पात मंत्री ने कहा, ‘हम रूस से कोकिंग कोल का आयात जारी रखने के पक्ष में हैं।’
मंत्री ने कहा कि भारत ने रूस के कोकिंग कोल का आयात दोगुना करने की योजना बनाई है, जो स्टील बनाने का प्रमुख घटक है। उन्होंने कहा कि देश ने 45 लाख टन कोयले का आयात किया था, लेकिन उन्होंने समयावधि का जिक्र नहीं किया कि कब आयात किया गया।
पश्चिमी देशों और जापान ने राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन सरकार और उनसे जुड़े लोगों पर अप्रत्याशित रूप से कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। भारत जिंसों से लेकर अस्त्रों तक रूस के सामान का बड़ा खरीदार है। रूस के हमले की आलोचना के लिए संयुक्त राष्ट्र में पेश प्रस्ताव में भारत शामिल नहीं हुआ है।
सिंह ने युद्ध के संदर्भ में कहा कि इसकी वजह से रूस से कोयले की ‘सुचारु आपूर्ति’ प्रभावित हुई है। उन्होंने इसके बारे में विस्तार से कुछ भी नहीं कहा। सलाहकार फर्म कपलर के आंकड़ों से पता चलता है कि मुख्य रूप से स्टील बनाने के काम आने वाले कोकिंग कोल और बिजली उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले थर्मल कोल की 10.6 टन की खेप भारत के बंदरगाहों पर इस महीने पहुंचने वाली है।
कोकिंग कोल और थर्मल कोल की आपूर्ति के हिसाब से रूस भारत का छठा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। कारोबारियों का कहना है कि रूस अब चीन और भारत के खरीदारों को आकर्षक कीमतों पर आपूर्ति की पेशकश कर सकता है, क्योंकि प्रतिबंधों के कारण यूरोप व अन्य देशों के ग्राहक रूस से कोयला खरीदने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि रुपये-रूबल में कारोबार की व्यवस्था से व्यापार को और बढ़ावा मिल सकता है।

First Published : March 27, 2022 | 11:31 PM IST