मसाला बोर्ड के नवीनतम आकलन के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के दौरान भारत से काली मिर्च के निर्यात में भारी गिरावट आई है।
निर्यात के परिमाण में 35.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस अवधि में काली मिर्च का कुल निर्यात घट कर 14,750 टन हो गया जबकि साल 2007-08 की समान अवधि में यह 22,800 टन था। निर्यात से होने वाली आय में 25.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 246.70 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 330.37 करोड़ रुपये था।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि काली मिर्च की औसत प्रति किलो अंतरराष्ट्रीय कीमतें साल 2007-08 में 144.90 रुपये से बढ़ कर 167.25 रुपये हो गई थीं। बोर्ड ने कहा कि आर्थिक मंदी के कारण प्रमुख बाजारों से भंडार के कम होने की खबरों का आना निर्यात के कम होने का प्रमुख कारण है।
यद्यपि सभी मसालों के निर्यात के परिमाण में 7 प्रतिशत और मूल्य के मामले में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन काली मिर्च के निर्यात में भारी कमी आई है। कोच्चि के जाने माने निर्यातकों ने बताया कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के देशों में आई मंदी इसका प्रमुख कारण है और काली मिर्च इससे सर्वाधिक प्रभावित हुआ है।
अन्य मसालों के निर्यात के प्रमुख केद्र खाड़ी के देश और जापान हैं जबकि काली मिर्च मुख्य रूप से यूरोपीय यूनियन और अमेरिका को भेजा जाता है। पिछले सात महीनों से इस पर गौर किया जा रहा है कि वैसे कुछ मसालों में काली मिर्च भी शामिल है जिसके निर्यात में चालू वित्त वर्ष के दौरान लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
वर्तमान वित्तीय उठा पटक के कारण आयात करने वाले देशों खास तौर से अमेरिका द्वारा कम खरीदारी की जा रही है। चालू वर्ष के पहले नौ महीनों में अमेरिका द्वारा काली मिर्च की खरीदारी 7 प्रतिशत घट कर 36,305 टन रह गई है जबकि साल 2007 की समान अवधि में यह 39,061 टन की थी।
अमेरिका का काली मिर्च का आयात घटने से सभी प्रमुख निर्यातक देश बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इस मामले में इंडोनेशिया एक अपवाद है। अमेरिका मालाबार ग्रेड की काली मिर्च (भारतीय) का आयात करता है और जनवरी से सितंबर की अवधि में इसमें पिछले वर्ष के मुकाबले 30 प्रतिशत की कमी आई है।
साल 2007 के जनवरी से सितंबर की अवधि में अमेरिका ने 10,825 टन काली मिर्च का आयात किया था जबकि साल 2008 की समान अवधि में यह घट कर 7,368 टन रह गया। इसी प्रकार, अमेरिका में ब्राजील से आयातित होने वाली काली मिर्च 4,264 टन से घट कर 2,627टन और वियतनाम से होने वाला आयात 6,468 टन से घट कर 5,684 टन हो गया।
लेकिन आश्चर्य की बात है कि जनवरी से सितंबर की अवधि में अमेरिका द्वारा इंडोनेशिया से की गई काली मिर्च की खरीदारी दोगुनी होकर 16,772 टन हो गई है। पिछले वर्ष की समान अवधि में अमेरिका ने इंडोनेशिया से 8,771 टन काली मिर्च की खरीदारी की थी।
अनुमान है कि काली मिर्च का वैश्विक उत्पादन 2,25,000 टन से 2,50,000 टन से थोड़ा कम या अधिक होगा। इसलिए काली मिर्च उत्पादकों और निर्यातकों के लिए यह वक्त काफी कठिन है।