सोने की कीमत गुरुवार को करीब 2 फीसदी गिरकर दो हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गई। व्यापार जोखिम कम होने और जोखिम लेने की क्षमता बढ़ने के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई है। इसके अलावा डॉलर के मजबूत होने का भी असर कीमतों में नरमी पर पड़ा है। बीते 15 अप्रैल को निचले स्तर पर पहुंचने के बाद आज हाजिर सोना 2 फीसदी कम होकर 3,222.66 डॉलर प्रति औंस रहा। अमेरिकी वायदा सोना 2.7 फीसदी कम होकर 3,230.80 डॉलर था।
हालांकि, डॉलर सूचकांक में 0.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जिससे अन्य मुद्राओं को रखने वाले खरीदारों के डॉलर में सोने की कीमत बढ़ गई।
यूबीएस के विश्लेषक जियोवैनी स्टानोवो ने बताया, ‘फिलहाल उम्मीद है कि कुछ व्यापार सौदे जल्द किए जाएंगे, जिससे कम शुल्क बरकरार रहेगा।’ उन्होंने कहा कि इस आशावाद के साथ डॉलर की मजबूती से सोने पर दबाव पड़ रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा था कि भारत, दक्षिण कोरिया और जापान के साथ सौदे संभावित हैं। उन्होंने कहा था कि इसके अलावा चीन के साथ सौदा होने की अच्छी उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि चीनी के मीडिया संस्थान ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा था कि अमेरिका ने ट्रंप की 145 फीसदी जवाबी शुल्क पर बात करने के लिए चीन से संपर्क किया है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में तीन साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब अमेरिकी अर्थव्यवस्था में नरमी आई है। इसका कारण आयात में उछाल को बताया जा रहा है, क्योंकि कारोबारों ने उच्च शुल्क लगाए जाने से बचने की कोशिश की है।
मगर फेडरल रिजर्व ने नीति निर्माताओं ने संकेत दिया है कि अल्पकालिक ब्याज दरों में तब तक कोई बदलाव नहीं आएगा जब तक मुद्रास्फीति के केंद्रीय बैंक के 2 फीसदी लक्ष्य के करीब पहुंचने अथवा नौकरी बाजार में संभावित गिरावट के स्पष्ट तौर पर संकेत नहीं मिलते हैं।
इधर, निवेशकों को शुक्रवार को आने वाली गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट का भी इंतजार है, जो फेड की नीति की दिशा तय करेगी। जियोवैनी स्टानोवो ने कहा, ‘पेरोल रिपोर्ट कमजोर होने पर फेड इस साल दरों में और कटौती कर सकता है और इससे आने वाले महीनों में सोना फिर 3,500 डॉलर प्रति औंस पहुंच सकता है।’
रॉयटर्स के तिमाही सर्वेक्षण में विश्लेषकों ने पहली बार सोने की सालाना औसत कीमत 3,000 डॉलर से अधिक होने का अनुमान लगाया है। राजनीतिक अस्थिरता और वित्तीय उठापटक से बचाने वाली पीली धातु की कीमत बीते हफ्ते 3,500 डॉलर तक पहुंच गई थी। वहीं, हाजिर चांदी की कीमत 1.8 फीसदी कम होकर 31.99 डॉलर प्रति औंस हो गई और प्लैटिनम की कीमत 1 फीसदी गिर 956.63 डॉलर तथा पैलेडियम की कीमत 0.3 फीसदी बढ़कर 941.10 डॉलर थी।