आंध्र प्रदेश के तंबाकू उत्पादकों के लिए 2008 का साल बेहतरीन सालों में से एक रहा है और इस दौरान राज्य के किसानों ने तंबाकू की खेती करके 584.92 करोड़ रुपये से भी अधिक की कमाई की है।
पिछले हफ्ते खत्म हुए 123 दिनों की नीलामी के दौरान किसानों ने वर्जीनिया किस्म का 16.533 करोड़ किलोग्राम तंबाकू बेचा है। इससे अब तक की सर्वाधिक आमदनी 1,401 करोड़ रुपये किसानों को मिली है। तंबाकू की औसत कीमत 84.75 रुपये प्रति किलो रही जो पिछले साल की तुलना में 78 फीसदी ज्यादा थी।
तंबाकू बोर्ड के चेयरमैन जे. सुरेश बाबू ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि पिछले साल किसानों ने 47.70 रुपये की दर से 17.12 करोड़ किलो तंबाकू बेचा था। इससे किसानों को 816.25 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी। नॉर्दर्न लाइट सॉयल्स (एनएलएस) किस्म के तंबाकू की कीमत इस नीलामी में सबसे ज्यादा रही है। इसकी बोली एक दिन में सबसे ज्यादा 141.60 रुपये रही है।
बताया गया है कि इस सीजन की शुरुआत में तंबाकू की कीमत जहां 58 रुपये प्रति किलो रही थी पर बाद में इसका भाव 141.60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया। एनएलएस के किसानों में सबसे ज्यादा आमदनी गोदावरी जिले के किसानों ने कमाए। उन्हें प्रति किलो औसतन 99.09 रुपये की आय हुई। वहीं कृष्णा जिले में पाये जाने वाली सेंट्रल ब्लैक सॉयल्स (सीबीएस) में पैदा होने वाले तंबाकू की कीमत प्रति किलो औसतन 83.75 रुपये तक मिली। नॉर्दर्न ब्लैक सॉयल्स (एनबीएस) में पैदा होने वाले तंबाकू की सबसे ज्यादा कीमत खम्मम जिले में मिला। वहां एक किलो तंबाकू का औसत मूल्य 83.14 रुपये रहा।
सदर्न ब्लैक सॉयल्स (एसबीएस) के तंबाकू की सबसे अच्छी कीमत प्रकाशम और नेल्लोर जिलों के किसानों को मिली। इन्हें एक किलो तंबाकू के लिए 77.79 रुपये मिले। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, एनएलएस के किसानों ने 4.573 करोड़ किलो तंबाकू बेचकर 453.13 करोड़ रुपये कमाए। एसएलएस के किसानों ने 6.3 करोड़ किलो तंबाकू से 490 करोड़ रुपये बनाए। एसबीएस के किसानों को 4.681 करोड़ किलो तंबाकू के बदले 376.25 करोड़ रुपये मिले और सीबीएस के किसानों ने 41 लाख किलो के एवज में 34.25 करोड़ रुपये लिए। मालूम हो कि इस साल के बनिस्बत पिछले साल तंबाकू की नीलामी 163 दिनों तक हुई थी।