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किसानों को अंडे और चने में उपभोक्ता खर्च का सबसे ज्यादा हिस्सा मिला, RBI के एक रिसर्च पेपर से मिलीं कई जानकारियां

शोधपत्र के अनुमान के अनुसार केले की फसल में उपभोक्ताओं के खर्च प्रत्येक रुपये में किसानों की तक पहुंचने वाला हिस्सा 31 फीसदी, अंगूर में 35 फीसदी और आम में 43 फीसदी है।

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संजीब मुखर्जी   
Last Updated- October 06, 2024 | 10:29 PM IST

उपभोक्ताओं द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक रुपये के खर्च में किसानों को सबसे ज्यादा हिस्सा दिलाने वाले दो उत्पाद अंडा और चना हैं। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बीते दिनों जारी एक शोधपत्र से मिली है।

इस शोधपत्र के लेखक प्रसिद्ध कृषि अर्थशास्त्री व शोधकर्ता और सीएसीपी के पूर्व चेयरमैन अशोक गुलाटी हैं। उन्होंने प्रमुख फसलों की मूल्य श्रृंखला को समझने के लिए प्राथमिक सर्वेक्षण जानकारी और द्वितीयक डेटा का इस्तेमाल किया।

एक शोधपत्र में भारत में टमाटर, प्याज और आलू जैसी सब्जियों की महंगाई का अध्ययन किया गया है। शोधपत्र में यह अनुमान लगाया गया है कि उपभोक्ता के प्रत्येक रुपये खर्च में किसानों की कितनी हिस्सेदारी है यानी उन्हें कितना मिलता है।

इसके मुताबिक टमाटर में हिस्सेदारी 33 फीसदी, प्याज में 36 फीसदी और आलू में 37 फीसदी है। एक अन्य पत्र में दालों की मूल्य श्रृंखला का आकलन किया गया। इसके अनुसार चने में उपभोक्ता द्वारा खर्च प्रत्येक रुपये का 75 फीसदी किसानों तक पहुंचता है, जबकि मूंग में 70 फीसदी और तूर में 65 फीसदी पहुंचता है।

इसमें प्रोटीन के स्रोत अंडे, दूध और मांस पर भी अध्ययन किया गया। इस पर जारी शोधपत्र के अनुसार उपभोक्ताओं द्वारा खर्च की गई राशि में से किसानों तक दूध में 70 फीसदी और अंडे में 75 फीसदी पहुंचता है। कुक्कुट मांस में किसानों और एग्रीगेटर की संयुक्त हिस्सेदारी 56 फीसदी है।

इस क्रम में फलों जैसे केला, आम और अंगूर की घरेलू मूल्य श्रृंखला पर भी अध्ययन किया गया। शोधपत्र के अनुमान के अनुसार केले की फसल में उपभोक्ताओं के खर्च प्रत्येक रुपये में किसानों की तक पहुंचने वाला हिस्सा 31 फीसदी, अंगूर में 35 फीसदी और आम में 43 फीसदी है।

First Published : October 6, 2024 | 10:29 PM IST