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भारत में बढ़ेगी डीजल की मांग, लोकसभा चुनाव और फसल कटाई बड़ी वजहों में: S&P Global रिपोर्ट

रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि साल 2024 में भारत में ईंधन की मांग में 2,06,000 बैरल प्रतिदिन का इजाफा होगा। ईंधन की मांग वृद्धि में 65 फीसदी योगदान डीजल और पेट्रोल का होगा

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शुभायन चक्रवर्ती   
Last Updated- March 14, 2024 | 11:34 PM IST

भारत में आगामी लोक सभा चुनावों और फसल कटाई की गतिविधियां बढ़ने से डीजल की मांग बढ़ेगी। एसऐंडपी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स ने गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह अनुमान पेश किया है। रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से जून के दौरान मांग में 75,000 बैरल प्रतिदिन (बी/डी) तक बढ़त होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 के पहले तीन महीनों में डीजल की मांग में बढ़त 60,000 बैरल प्रतिदिन हो गई है।

रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2023 की तुलना में इस फरवरी कुल तेल उत्पादों की मांग 2.4 फीसदी यानी 1,32,000 बैरल प्रतिदिन बढ़ गई। सालाना आधार पर एलपीजी और डीजल की मांग अधिक थी। इसका कारण यह था कि उत्तर भारत में ठंडे मौसम के कारण घरेलू ईंधन की मांग जबरदस्त रही थी।  इसके बाद कम होती सर्दी और लोगों की आवाजाही बढ़ने के कारण डीजल की मांग बढ़ी। हालांकि फ्यूल ऑयल में सुस्ती कायम रही। इसका कारण उपयोगिता और उद्योगों में वैकल्पिक संसाधनों का इस्तेमाल बढ़ना था।

फरवरी में कुल जेट ईंधन और मिट्टी के तेल की मांग 2,02,000 बैरल प्रतिदिन रही जो सालाना आधार पर 16,000 बी/डी अधिक थी। इस महीने के दौरान हवाई यातायात में वृद्धि हुई जबकि इसमें जनवरी में प्रतिकूल मौसम के कारण गिरावट आई थी। रिपोर्ट के अनुसार भारत से हवाई जहाजों का आवागमन फरवरी में क्रमिक रूप से 3.1 फीसदी बढ़ गया और यह सालाना आधार पर 4.8 फीसदी बढ़ा था।

रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि साल 2024 में भारत में ईंधन की मांग में 2,06,000 बैरल प्रतिदिन का इजाफा होगा। ईंधन की मांग वृद्धि में 65 फीसदी योगदान डीजल और पेट्रोल का होगा। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने मार्च की मासिक रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि 2024 के पहले तीन महीनों में भारत की तेल की मांग 56.4 लाख बैरल प्रतिदिन होगी।

First Published : March 14, 2024 | 11:34 PM IST