करेंसी डेरिवेटिव्स की जानकारी हिन्दी और गुजराती में

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 7:40 AM IST

देश का नवीनतम स्टॉक एक्सचेंज एमसीएक्स-एसएक्स ने अधिक लोगों तक जानकारी पहुंचाने के मकसद से हिन्दी और गुजराती भाषा में अपनी वेबसाइट शुरू की है।
इन दोनों भाषाओं में करेंसी डेरिवेटिव्स पर आधारित वेबसाइट शुरू करने वाला एमसीएक्स-एसएक्स देश का पहला एक्सचेंज है। इसके अलावा अगले साल मार्च तक एक्सचेंज पांच और क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी वेबसाइट शुरू करेगा।
इन भाषायी वेबसाइटों को शुरू करने का मकसद करेंसी वायदा के बाजार में घटबढ़ के दौरान जोखिम से हेजिंग के लिए जागरूक बनाना है। एक्सचेंज हिंदी और गुजराती में वेबसाइट शुरू करने के बाद तमिल, तेलगू, मलयालम, कन्नड और बंगाली भाषा में भी अपनी वेबसाइट शुरू करने की तैयारी में है। जो इस मार्च 2009 तक शुरू हो जाएगी।
जनवरी में तमिल और मलयालम, फरवरी में तेलगू और कन्नड तथा मार्च में बंगाली भाषा में वेबसाइट शुरू करने की योजना है। देश के अंदर आम बोलचाल की जितनी भी प्रमुख भाषाएं हैं एक्सचेंज सभी में अपनी वेबसाइट शुरू करने की बात कर रहा है। इसकी मुख्य वजह एक्सचेंज यह मानता है कि पहले लोग बाजार जाते थे और आज बाजार लोगों के पास जाता है। ऐसे में जरुरी हो जाता है कि अपने कारोबार को फैलाने के लिए लोगों को उन्ही की भाषा में जानकारी दी जाए।
एमसीएक्स-एसएक्स की इन वेबसाइटों की शुरूआत करते हुए सेबी के कार्यकारी निदेशक आर के नायर ने कहा कि एमसीएक्स-एसएक्स द्वारा क्षेत्रीय भाषाओं में वेबसाइट शुरू करने से आयातकों और निर्यातकों को करेंसी वायदा का फायदा मिलेगा। इससे छोटे और मझोले उद्यमों, कारपोरेट घरानों, बैंकों और ट्रेडरों के लिए करेंसी मार्केट को समझना आसान हो जाएगा।
एमसीएक्स-एसएक्स के सीईओ यू वेंकटरमण ने कहा कि इन वेबसाइटों के शुरू करने का उद्देश्य करेंसी में सौदा करने वाले देशभर के लाखों कारोबारियों को प्रशिक्षित करना और करेंसी के वायदा में घटबढ़ से सुरक्षित करना है।
इन वेबसाइटों में भावों के घट-बढ़, कारोबारी मात्रा और अनुबंधों की ताजा जानकारी उपलब्ध है। इसके अलावा करेंसी वायदा के भाव के टिकर, रियल टाइम चार्ट, फीडबैक और पूछे गए सवालों के जवाब, ऑनलाइन चार्ट की सुविधा और बाजार तथा सदस्यता संबंधी डेटा भी दिखाई देगा।

First Published : December 5, 2008 | 5:28 PM IST