कच्चा तेल 44 डॉलर पर स्थिर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 9:42 AM IST

पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की बैठक से पूर्व निवेशकों ने कच्चे तेल के सौदों में सतर्कता बरती जिससे कच्चे तेल का भाव 44 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर रहा।


सिंगापुर स्थित न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में जनवरी डिलिवरी वाले लाइट स्वीट क्रूड का भाव 6 सेंट घटकर 44.45 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर रहा।

विश्लेषकों के मुताबिक निवेशकों की नजर ओपेक की बैठक पर है जिसमें उत्पादन में उल्लेखनीय कटौती किए जाने की संभावना है। ओपेक की बैठक कल अल्जीरिया में हो रही है।

ओपेक के अध्यक्ष शाकिब खलील ने कल सुझाव दिया कि समूह उत्पादन में 20 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती कर सकता है जो चार पहले अल्जीरिया की बैठक में की गई कटौती के बराबर है।

खलील ने कहा की कच्चे तेल की उचित कीमत 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल होनी चाहिए। यह कीमत कई ओपेक सदस्यों के लिए बेंचमार्क है।

इससे कम कीमत पर उन्हें उत्पादन में घाटा उठाना पड़ता है। कुवैत के तेल मंत्री मोहम्मद अल अलीम ने कल कहा कि ओपेक को बाजार में उपलब्ध सरप्लस को संतुलित करने के लिए उत्पादन में कटौती करनी चाहिए।

मेलबोर्न स्थित नैशनल ऑस्ट्रेलिया बैंक के खनिज एवं ऊर्जा अर्थशास्त्री गेरार्ड बर्ग ने कहा, ‘कम से कम उत्पादन में कटौसी से बाजार को स्थिर होने में मदद मिलनी चाहिए। हालांकि इसका प्रभाव अधिक नहीं होगा लेकिन कीमतों में बढ़ोतरी का दबाव थोड़ा बढ़ जाएगा।’

ईरान के तेल मंत्री ने कहा कि अगर ओपेक कल की बैठक में उत्पादन में 15 से 20 लाख बैरल दैनिक कटौती का निर्णय लेता है तो बाजार में स्थिरता आ सकती है। तेल मंत्री गुलाम हुसैन नोजारी ने कहा कि कहा ईरान उत्पादन में ऐसी कटौती का प्रस्ताव ओपेक की बैठक में रखेगा।

ओपेक के मंत्री अल्जीरिया में होने वाली बैठक में उत्पादन में कटौती की घोषणा करने वाले हैं ताकि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सके। उल्लेखनीय है कि कच्चे तेल की कीमतें जुलाई के शीर्ष स्तर से लगभग 100 डॉलर कम के स्तर पर आ चुके हैं।

नोजारी ने कहा कि कच्चे तेल की ‘वास्तविक कीमत’ 100 डॉलर से अधिक है। अन्य ईरानी अधिकरियों ने भी सऊदी अरब की टिप्पणियों के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि 75 डॉलर प्रति बैरल तेल की उचित कीमत है।

First Published : December 16, 2008 | 9:37 PM IST