कंपनियों ने बढ़ाए इस्पात के दाम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 4:02 AM IST

प्रमुख घरेलू इस्पात विनिर्माताओं ने हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) और कोल्ड रोल्ड कॉइल (सीआरसी) के दाम क्रमश: 4,000 रुपये और 4,900 रुपये प्रति टन तक बढ़ा दिए हैं। उद्योग सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस मूल्य वृद्धि के बाद, एक टन एचआरसी की कीमत 70,000-71,000 रुपये होगी, जबकि खरीदारों को सीआरसी 83,000-84,000 रुपये प्रति टन के दाम पर मिलेगी। एचआरसी और सीआरसी इस्पात की चादरें होतीं है जिनका उपयोग ऑटो, उपकरणों और निर्माण क्षेत्र जैसे उद्योगों में किया जाता है। इसलिए, इस तरह के इस्पात की कीमतों में कोई भी वृद्धि, वाहनों, उपभोक्ता वस्तुओं और निर्माण की लागत को भी प्रभावित करती है। इन क्षेत्रों के लिए यह कच्चा माल का काम करता है।
सेल, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, जेएसपीएल और एएमएनएस इंडिया देश की प्रमुख इस्पात कंपनियां हैं। ये कंपनियां संयुक्त रूप से भारत के कुल इस्पात उत्पादन में लगभग 55 फीसदी का योगदान करती हैं। संपर्क करने पर, सेल के एक अधिकारी ने कहा, यह बाजार द्वारा संचालित होता है। उन्होंने आगे कोई टिप्पणी नहीं की। जेएसडब्ल्यू स्टील ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन जेएसपीएल के एक अधिकारी ने कहा, कच्चे माल की लागत बढऩे से वैश्विक बाजार में इस्पात की कीमतें बढ़ी हैं। भारतीय लौह अयस्क की कीमत भी 4000 रुपये प्रति टन बढ़ी है। 

First Published : June 3, 2021 | 11:46 PM IST