लगातार चढ़ती आलू की कीमतों में होली के त्योहार ने तड़का लगा दिया है। आलू किसानों के चेहरे पर रौनक तो लौटी ही है साथ में खोया कारोबारियों की भी पौ बारह हो गई है।
पराग डेयरी ने जहां 300 क्विंटल खोये की व्यवस्था अकेले लखनऊ के बाजार के लिए की है वहीं असंगठित क्षेत्र में यही कारोबार अकेले होली के मौके पर 10 गुना होगा।
पराग के बाजार में खोये की कमी न होने के लाख दावों के बावजूद ज्यादातर मांग को स्थानीय दूधिए ही पूरा कर पा रहे हैं। होली के मौके पर सबसे ज्यादा मांग में आलू, पनीर और खोया ही है लिहाजा इनकी कीमत में ही सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की जा रही है।
आलू की कीमतों में पहले खराब मौसम के चलते आग लगी और अब त्योहार ने इसकी कीमत को खासा चढ़ा दिया है। दुबग्गा सब्जी मंडी के थोक व्यापारी सुरेश शुक्ल का कहना है कि होली के मौके पर पापड़, चिप्स व बाकी नमकीनों की मांग बढ़ जाती है। जिसके चलते आलू की कीमत करीब हर साल की 25 फीसदी तक बढ़ जाती है।
इस साल जरूर बेवजह बारिश के चलते दाम कुछ ज्यादा ही बढ़ गए हैं। इस समय राजधानी लखनऊ में फुटकर बाजार में आलू की कीमत 6 रुपये किलो तक बिक रहा है। जबकि पॉश इलाकों की दुकानों में यही कीमत 7 रुपये किलो तक चल रही है।
दूध के उत्पादों में सबसे ज्यादा बढ़त खोये के दाम में दर्ज की गई है। आम लोगों की पहुंच से दूर पराग का खोया तो 160 रुपये किलोग के भाव से बिक रहा है पर सामान्य सुलभ खोया लखनऊ की नाका और पान दरीबा की दूध मंडी में 180 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है।
वहीं पनीर के दाम आम दिनों के मुकाबले 30 रुपये ज्यादा के भाव बिक रहा है। इस समय पनीर की कीमत फुटकर बाजार में 170 रुपये किलो के भाव बिक रहा है। वहीं थोक मंडी में इसकी कीमत 160 रुपये किलो है, जबकि सामान्यतया यह 140 रुपये प्रति किलो रहती है।