कश्मीर में कर्फ्यू से वहां का कारोबार ठप हो गया है। सेब से लेकर बबूगोसा तक, पेटियों में पैक हो अपनी ढुलाई का इंतजार कर रहे हैं।
कश्मीर के बिगड़ते हालत को देख सेब उत्पादकों के साथ थोक कारोबारियों के पसीने छूट रहे हैं। आगामी चार दिनों तक कश्मीर से किसी प्रकार की आवक की उम्मीद भी नहीं नजर आ रही है। लिहाजा, सेब के दाम में प्रति पेटी 50-75 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। एक पेटी में 15 किलोग्राम होता है।
आजादपुर मंडी स्थित कश्मीरी सेब के कारोबारियों के मुताबिक मंगलवर की सुबह मंडी में कश्मीर से 35 ट्रक आए। सामान्य दिनों में 70-80 ट्रक सेब की आवक होती है। लेकिन ये सभी ट्रक 9-10 तारीख को वहां से रवाना हुए थे। सेब व्यापारियों का कहना है कि बुधवार से कश्मीर से सेब की आवक बिल्कुल ही खत्म हो जाएगी। क्योंकि सोमवार को वहां से कोई भी ट्रक रवाना नहीं हुआ है।
कश्मीरी सेब विक्रेता संघ का कहना है कि कर्फ्यू अगर लंबा खिंच गया तो लगभग 10,000 सेब उत्पादकों की हालत खराब हो सकती है। इसके अलावा उन कमीशन एजेंटों के पैसे भी डूब जाएंगे जिन्होंने सेब में निवेश किया है। कश्मीर में उम्दा गुणवत्ता वाले सेबों का उत्पादन हुआ है। विक्रेता संघ के महासचिव आरएस कृपलानी कहते हैं, ‘मुख्य रूप से बबूगोसा की कीमत बढ़ेगी। क्योंकि बबूगोसा की आवक सिर्फ कश्मीर से होती है।
हिमाचल से आने वाले सेब के कारण सेब के दाम बहुत नहीं चढ़ेंगे। लेकिन कश्मीर में पैक हो चुके सेबों के सड़ने की आशंका बढ़ गयी है।’ इन दिनों कश्मीर से रोजाना 40-50 ट्रक बबूगोसा की आवक हो रही है। विक्रेताओं के मुताबिक कश्मीर में 14 अगस्त तक के लिए सबकुछ बंद कर दिया गया है।
अगले सोमवार से ही आपूर्ति के सामान्य होने की संभावना है। व्यापारियों ने इस बात से भी इनकार किया है कि कश्मीरी सेब उत्पादक पाकिस्तान जाकर कारोबार करना चाहते हैं। हालांकि उत्पादकों की यह शिकायत है कि कारोबार के लिए दिल्ली आने पर उन्हें पूछताछ के नाम पर तंग किया जाता है।