लौह अयस्क का उत्पादन करने वाली देश के सबसे बड़ी कंपनी एनएमडीसी ने लौह अयस्क की कीमतों में 25 फीसदी की कमी की है।
यह एक दिसंबर से प्रभावी है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी ने गुरुवार को हुई बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया।
एनएमडीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राणा सोम ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि लौह अयस्क की कीमतें 470 से 1,150 रुपये प्रति टन कम हो जाएंगी।
कीमतें गुणवत्ता के आधार पर निर्भर करेंगी। एक तरफ जहां लौह अयस्क ‘फाइन्स’ में 470 रुपये प्रति टन की कमी होगी वहीं सीएलओ और डीआरसीएलओ की कीमतों में क्रमश: 860 रुपये और 1,150 रुपये प्रति टन की कमी होगी।
उन्होंने कहा, ‘कीमतों में यह कमी मूलत: स्टील क्षेत्र को मंदी के चपेट से बाहर निकालने के लिए की गई है।’
दीर्घकालीन करार के तहत एनएमडीसी विशाखापत्तनम स्टील प्लांट, एस्सार स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, इस्पात इंडस्ट्रीज, विक्रम इस्पात और कई छोटी कंपनियों को लौह अयस्क बेचती है।
लौह अयस्क की कीमतें घटने से इन स्टील निर्माताओं को अपना लाभ बढ़ाने में मदद मिलेगी और हो सकता है की स्टील की कीमतों में भी भविष्य में कटोती देखने को मिले।
एनएमडीसी ने दीर्घावधि के करारों में लंप की कीमतों में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी जबकि सीएलओ और डीआरसीएलओ की कीमतों में क्रमश: 36 और 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। इसने अक्टूबर में लौह अयस्क ‘फाइन्स’ की कीमतों में भी 10.5 फीसदी का इजाफा किया था।
लौह अयस्क का अंतरराष्ट्रीय हाजिर मूल्य घट कर 50 डॉलर प्रति टन हो गया है जबकि जुलाई में इसकी कीमत 175 डॉलर प्रति टन थी।