ऑटोमोबाइल

EV बाजार में JSW MG की एंट्री: सस्ती कीमत और नई टेक्नोलॉजी ने मचाया धमाल

JSW MG का लक्ष्य 2028 तक 60-70% सेल्स न्यू एनर्जी व्हीकल्स से लाना है। कंपनी हर साल 300,000 कारें बेचने की तैयारी में है।

Published by
सुरजीत दास गुप्ता   
Last Updated- November 22, 2024 | 7:33 AM IST

सितंबर में JSW MG Motor India ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार विंडसर लॉन्च की। यह SAIC Motor और JSW Group का जॉइंट वेंचर है। इस कार में बैटरी एज़ ए सर्विस (BaaS) का ऑप्शन दिया गया है, जिससे कार की शुरुआती कीमत 10 लाख रुपये से कम हो गई।

BaaS में कस्टमर को बैटरी खरीदने की जरूरत नहीं होती। इसके बदले, हर किलोमीटर पर कस्टमर को औसतन 3.5 रुपये देने होते हैं। यह पैसा एक फाइनेंस कंपनी को जाता है। चार्जिंग का खर्च अलग से कस्टमर को उठाना होता है।

विंडसर: JSW MG की पहली पेशकश

JSW MG में JSW Group की 35% और SAIC Motor की 49% हिस्सेदारी है। बाकी शेयर कंपनी के डीलर्स और एम्प्लॉयीज के पास हैं।

अक्टूबर में विंडसर की धांसू एंट्री

अक्टूबर में विंडसर के लिए 20,000 से ज्यादा बुकिंग हुई। यह कार अक्टूबर की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार बन गई, जिसमें 3,000 यूनिट्स की बिक्री हुई। इसके अलावा, अक्टूबर में 15% कस्टमर्स ने BaaS का ऑप्शन चुना, जबकि इसे सपोर्ट करने वाली सिर्फ दो NBFCs थीं।

टाटा मोटर्स को कड़ी टक्कर

JSW MG अक्टूबर में भारत की दूसरी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी बन गई। इसके तीन मॉडल्स की कुल 4,878 यूनिट्स बिकीं, जबकि टाटा मोटर्स ने अपने छह मॉडल्स के साथ 5,067 यूनिट्स की बिक्री की।

रजिस्ट्रेशन में JSW MG की पकड़ मजबूत

VAHAN पोर्टल के डेटा के मुताबिक, JSW MG की मार्केट शेयर सितंबर में 16.5% से बढ़कर नवंबर के पहले 20 दिनों में 34% हो गई। वहीं, टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी 62% से घटकर 50% से कम रह गई।

सस्ती कीमत और नई टेक्नोलॉजी ने किया गेम चेंज

JSW MG की सस्ती कीमत और BaaS जैसी नई टेक्नोलॉजी ने इलेक्ट्रिक कार मार्केट में नई जान फूंक दी है। यह टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर दे रही है।

JSW MG की विंडसर कार को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। नवंबर में रोजाना 200 यूनिट की बुकिंग हो रही है। कंपनी इस साल के अंत तक 70,000 कारों का प्रोडक्शन करने की तैयारी में है

BaaS मॉडल से गाड़ी चलाना हुआ सस्ता

BaaS (बैटरी ऐज ए सर्विस) मॉडल के जरिए कंपनी ग्राहकों को बैटरी खरीदने के बजाय किराए पर लेने का विकल्प दे रही है। इससे ग्राहक हर महीने बैटरी और चार्जिंग पर कम खर्च करते हैं। उदाहरण के तौर पर, बजाज फाइनेंस की एक स्कीम के तहत जो ग्राहक हर महीने 1,500 किमी गाड़ी चलाते हैं, उन्हें बैटरी के लिए ₹5,250 और चार्जिंग के लिए ₹1,000 देना होगा। यह पेट्रोल कार चलाने की लागत ₹10,500 (पेट्रोल का औसत माइलेज 14-15 किमी प्रति लीटर मानते हुए) से काफी कम है।

C सेगमेंट स्पेस, B सेगमेंट फीचर्स

₹9.9 लाख की कीमत पर JSW MG विंडसर एक B सेगमेंट कार के फीचर्स देती है, जो 4.3 मीटर लंबी है और ऑटोमेटिक गियर के साथ आती है। इसके इंटीरियर का स्पेस C सेगमेंट की कारों जैसा है। इस कीमत पर मारुति ब्रेज़ा, हुंडई वेन्यू, टाटा नेक्सन और किआ सोनेट जैसी A सेगमेंट कारें मिलती हैं, जो 4 मीटर से छोटी होती हैं और मैन्युअल गियर के साथ आती हैं।

JSW MG के CEO एमेरिटस राजीव चाबा का कहना है, “हम ग्राहकों को एक ऐसी कार दे रहे हैं जो A सेगमेंट की कीमत पर C सेगमेंट की जगह और B सेगमेंट की स्पेसिफिकेशंस के साथ आती है।”

कॉमेट इलेक्ट्रिक कार पर भी BaaS

कंपनी ने अपने सबसे सस्ते इलेक्ट्रिक मॉडल कॉमेट को भी BaaS मॉडल पर पेश किया है। ₹6.99 लाख की कीमत वाली इस कार को अब बैटरी के बिना ₹4.99 लाख में खरीदा जा सकता है। बैटरी को EMI पर हर किमी ₹2.50 की लागत पर लिया जा सकता है। इस मॉडल की बिक्री में इस साल (अक्टूबर तक) 73% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

2028 तक 300,000 कारों का लक्ष्य

JSW MG का लक्ष्य 2028 तक 60-70% सेल्स न्यू एनर्जी व्हीकल्स से लाना है। कंपनी हर साल 300,000 कारें बेचने की तैयारी में है। 2030 तक इलेक्ट्रिक कार बाजार में 30% हिस्सेदारी का प्लान है।

कंपनी प्लग-इन हाइब्रिड मॉडल लाने की सोच रही है। इसमें इलेक्ट्रिक मोटर और पेट्रोल इंजन दोनों होंगे। बैटरी को चार्ज करने के लिए प्लग-इन करना होगा।

लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर जोर

कंपनी लागत घटाने के लिए लोकल मैन्युफैक्चरिंग बढ़ा रही है। इसमें लिथियम आयन बैटरी और सेल्स शामिल हैं। कंपनी ने PLI स्कीम के तहत नई बोली लगाई है। मंजूरी मिलने पर दो इलेक्ट्रिक वाहनों में 50% से ज्यादा लोकल कंटेंट होगा।

BaaS पर प्रतियोगियों का नजरिया

JSW MG की बैटरी-एज़-अ-सर्विस (BaaS) योजना को प्रतियोगी ज्यादा गंभीर नहीं मान रहे। टाटा मोटर्स के CFO पी बी बालाजी ने कहा, “ज्यादातर ग्राहक कार खरीद रहे हैं, न कि BaaS। हमें यह सिर्फ मार्केटिंग का तरीका लगता है।”

फाइनेंसिंग बनी मुश्किल
BaaS योजना में फाइनेंसिंग बड़ी समस्या है। एक विदेशी कार कंपनी के अधिकारी ने बताया, “फाइनेंस कंपनियों की ब्याज दरें ज्यादा हैं। जैसे, बजाज फाइनेंस 9% ब्याज मांग रही है। यह योजना तभी काम करेगी जब सस्ते ग्रीन फंड्स से पैसा मिले। केवल 15% ग्राहकों ने इसे चुना है।”

JSW MG ने बड़े बैंकों जैसे ICICI और SBI से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके बाद कंपनी ने NBFCs के साथ साझेदारी की। कंपनी के एमडी राजीव छाबा ने कहा, “पहले ही महीने में 15% बिक्री BaaS से हुई है। यह अच्छा संकेत है। हमें उम्मीद है कि अन्य कंपनियां भी इसे अपनाएंगी।”

ग्राहकों को भरोसा दिलाने की कोशिश
JSW MG ने फाइनेंस कंपनियों को इस योजना में भरोसा दिलाने के लिए कई कदम उठाए हैं। जैसे, अगर ग्राहक मासिक बिल का भुगतान नहीं कर पाते तो बैटरी वापस लेने पर कंपनी गारंटी देती है। इसके अलावा, तीन साल बाद कार को उसकी मूल कीमत के 60% पर वापस खरीदने का ऑफर भी दिया जा रहा है, बशर्ते वह अधिकृत वर्कशॉप से सर्विस कराई गई हो। कंपनी ने लाइफटाइम वारंटी का प्रयोग भी शुरू किया है।

अक्टूबर के आंकड़े: EV मार्केट में JSW MG का प्रदर्शन

  • 4,878: JSW MG की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री अक्टूबर में
  • 5,067: टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक कारों की अक्टूबर में बिक्री
  • 3,000: विंडसर मॉडल की बिक्री, जो अक्टूबर में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार बनी
  • 20,000: विंडसर के लिए अक्टूबर में कुल बुकिंग्स, नवंबर में औसतन 200 बुकिंग्स रोज
  • 15%: JSW MG के खरीदारों ने BaaS योजना को चुना
  • 70%: JSW MG की अक्टूबर में बेची गई कुल कारों में इलेक्ट्रिक कारों का हिस्सा
  • 1,000: MG की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार कॉमेट की हर महीने औसतन बिक्री

EV मार्केट में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा

JSW MG के इन प्रयासों से EV बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने की संभावना है। यह योजना न सिर्फ ग्राहकों को नए विकल्प देती है, बल्कि कंपनियों के लिए बाजार का दायरा बढ़ाने का मौका भी है।

JSW MG
First Published : November 22, 2024 | 7:33 AM IST