ऑटोमोबाइल

वाहन खरीद में 72% भारतीय कर रहे सोशल मीडिया का उपयोग, डिजिटल डीलरों की बढ़ी अहमियत

मेटा और फाडा की रिपोर्ट में खुलासा, ग्राहक लीड जेनरेशन में 32% सुधार, प्रति वाहन बिक्री लागत घटी

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शाइन जेकब   
Last Updated- January 21, 2025 | 11:05 PM IST

वाहन खरीदने की योजना बना रहे 72 प्रतिशत भारतीय पारंपरिक जरियों के बजाय सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। मेटा और फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) द्वारा तैयार श्वेतपत्र से यह जानकारी मिली है। नए वाहन खरीदने वाले 48 प्रतिशत खरीदार डीलरों से संपर्क के लिए मेसेजिंग ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल करते हैं। इससे यह पता चलता है कि किस तरह प्रौद्योगिकी और मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) तथा डिजिटल डीलरों के मेल से इस तरह की खरीदारी होती है।

फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे मेटा प्लेटफॉर्म के जरिये डिजिटलीकरण के परिणामस्वरूप डीलरों के मामले में कस्टमर लीड जेनरेशन दक्षता में 32 प्रतिशत सुधार हुआ और प्रति लीड लागत में भी इसी तरह की गिरावट आई। जनवरी 2023 में मेटा ने फाडा के साथ साझेदारी की। उसके बाद धीमे-धीमे यह बदलाव हुआ। मेटा संग करार से देश भर के वाहन डीलर डिजिटल रूप से उपभोक्ताओं तक पहुंचने में सक्षम हुए।

फाडा के 15,000 डीलरों में से 10,000 डीलर ‘मूव विद मेटा’ नामक इस पहल का हिस्सा हैं और अगले दो वर्षों में बाकी 5,000 डीलरों को भी इससे जोड़ने की योजना है। आंकड़ों के अनुसार इस पहल की वजह से डीलरों के डिजिटलीकरण में तीन गुना इजाफा हुआ है। मेटा की अति स्थानीय पहल से ह्युंडै मोटर इंडिया को साल 2024 की दूसरी छमाही के दौरान पहली छमाही की तुलना में 37 प्रतिशत वृद्धि हासिल करने में मदद मिली जबकि प्रति वाहन बिक्री की लागत में 29 प्रतिशत की कमी आई। इसी तरह एमजी मोटर इंडिया की डिजिटल पहल से पात्र ग्राहक लीड में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ।

भारत में मेटा के डी2सी कारोबार और वाहन, उपभोक्ता पैकेज्ड वस्तु (सीपीजी) के निदेशक सौगातो भौमिक ने कहा, ‘मेटा में हमें विशिष्ट वाहन उपभोक्ता के मानस का पता चलता है। लगभग 72 प्रतिशत उपभोक्ता सोशल मीडिया पर निर्भर हैं और उनमें से 69 प्रतिशत मेटा और उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों का इस्तेमाल करते हैं। उनमें से करीब 48 प्रतिशत ग्राहक खरीद से पहले और खरीद के बाद वाले चक्र के दौरान या तो ओईएम को या फिर डीलरशिप को संदेश भेजते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 72 प्रतिशत लोग ऑटो मॉडल के मूल्यांकन में सृजनकर्ताओं पर निर्भर रहते हैं।’

भारत में दुनिया का सबसे बड़ा इन्फ्लुएंसर समुदाय है और देश में 4,000 से ज्यादा कारोबार मेटा प्लेटफॉर्म पर इन्फ्लुएंसर विज्ञापनों का इस्तेमाल करते हैं। रील बनाने में देश शीर्ष स्थान पर है, जो ऐसे छोटे वीडियो हैं जिन्हें उपयोगकर्ता इंस्टाग्राम और फेसबुक पर बना और साझा कर सकते हैं।

फाडा के अध्यक्ष सीएस विघ्नेश्वर ने कहा, ‘फाडा में हमारा सपना देश भर के डीलरों को तेजी से विकसित हो रहे बाजार में आगे रहने के लिए सही डिजिटल उपकरण और जानकारी से सशक्त बनाना है। यह श्वेतपत्र ग्राहक संबंधों को मजबूत करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए एआई, रील तथा व्हाट्सऐप जैसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्मों की क्षमता को बताता है।’

First Published : January 21, 2025 | 11:05 PM IST