लेखक : शिवा राजौरा

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कमोडिटी, भारत

WPI Inflation: थोक महंगाई में मामूली कमी, जनवरी में मामूली घटकर 2.31 प्रतिशत; क्या रहे बड़े कारण

थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर जनवरी में मामूली घटकर 2.31 प्रतिशत रह गई, जो दिसंबर में 2.37 प्रतिशत थी। सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य कीमतों में कमी और ईंधन के दाम में गिरावट जारी रहने के कारण ऐसा हुआ है।  वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर […]

अंतरराष्ट्रीय, आज का अखबार

दुनिया को अगले 2 साल में 2 लाख केयर वर्कर्स मुहैया कराएगा भारत

भारत वैश्विक श्रम बाजार में अगले दो वर्षों में सालाना एक लाख केयर वर्कर्स उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के मुख्य कार्याधिकारी वैद्य मणि तिवारी ने गुरुवार को बताया कि भारत विकसित देशों को कुशल श्रम बल मुहैया कराने के लिए तैयार है। विकसित देश में बड़ी आबादी के […]

आज का अखबार, आपका पैसा, भारत

खाने-पीने से लेकर ट्रैवलिंग तक; कहां अपनी कमाई सबसे ज्यादा खर्च कर रहे हैं भारतीय?

पारिवारिक उपभोग व्यय सर्वेक्षण (एचसीईएस) के हालिया विश्लेषण से पता चला है कि साल 2023-24 में भारतीय परिवारों ने एक महीने में खाने-पीने की चीजों के अलावा परिवहन पर सबसे ज्यादा रकम खर्च की है। जानकारों का कहना है कि परिवहन पर सबसे ज्यादा खर्च का बड़ा कारण परिवारों का बढ़ता आवागमन, ईंधन की कीमतें […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, भारत

सेवा क्षेत्र में वृद्धि दो साल के निचले स्तर पर पहुंची

भारत में दबदबे वाले सेवा क्षेत्र की वृद्धि जनवरी में दो साल से अ​धिक के निचले स्तर पर पहुंच गई। एक निजी सर्वेक्षण के बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में मांग में नरमी आई है, लेकिन यह मजबूत बनी हुई है और इसके कारण नियुक्तियों में पर्याप्त वृद्धि हुई है।  एचएसबीसी […]

अर्थव्यवस्था, ताजा खबरें

Manufacturing PMI: जनवरी में एक्सपोर्ट और नए ऑर्डर ने दिया उछाल, मैन्युफैक्चरिंग PMI 6 महीने के टॉप पर

Manufacturing PMI: जनवरी में भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने दमदार शुरुआत की है। दिसंबर में थोड़ी सुस्ती के बाद अब एक्सपोर्ट्स में करीब 14 साल की सबसे तेज बढ़त देखने को मिली है। नए ऑर्डर्स भी जुलाई के बाद सबसे तेज रफ्तार से बढ़े हैं। इस वजह से जनवरी का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) छह महीने […]

अर्थव्यवस्था, ताजा खबरें, बजट

Economic survey 2024-25: घट गई नौकरीपेशा और खुद का बिजनेस करने वालों की कमाई, आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे आप

संसद में पेश हुए आर्थिक सर्वे 2024-25 ने एक बड़ी सच्चाई सामने रखी है। बीते कुछ सालों में जहां महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी, वहीं आम लोगों की वास्तविक मासिक कमाई में कमी दर्ज की गई है। खासतौर पर स्व-रोजगार करने वालों और वेतनभोगी कर्मचारियों की आय पर इसका गहरा असर पड़ा है। स्व-रोजगार में बड़ा […]

आज का अखबार, भारत

असम व बिहार के लोग सबसे ज्यादा तो दिल्ली के लोग सबसे कम; जानिए किस राज्य के लोगों ने खाने-पीने पर कितना किया खर्च

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने गुरुवार को घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (एचसीईएस) रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगस्त 2023 से जुलाई 2024 के बीच असम के लोगों ने खाने-पीने की चीजों पर हर महीने अपनी कमाई का (एमपीसीई) सबसे ज्यादा खर्च किया है। इस मामले में असम (53.2 फीसदी) के […]

आज का अखबार, ताजा खबरें, भारत

असंगठित विनिर्माण क्षेत्र में नौकरियां 15 साल में सबसे कम

असंगठित विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार 2023-24 के दौरान करीब 15 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। बुधवार को जारी नवीनतम ‘असंगठित क्षेत्र के उद्यमों के वार्षिक सर्वेक्षण (एएसयूएसई)’ के आंकड़ों और राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा कराए गए 67वें राष्ट्रीय नमूना सर्वे (एनएसएस) का विश्लेषण करने से ये आंकड़े सामने आए है। विशेषज्ञों […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

जनवरी में भारत के प्राइवेट सेक्टर की रफ्तार धीमी, मैन्युफैक्चरिंग में तेजी लेकिन सर्विस सेक्टर सुस्त

जनवरी में भारत के निजी क्षेत्र का उत्पादन नवंबर 2023 के बाद सबसे सुस्त रफ्तार से बढ़ा है। शुक्रवार को जारी एचसबीसी फ्लैश पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) सर्वे के मुताबिक नए कारोबार की कमी से सेवा क्षेत्र सुस्त हुआ है और इससे विनिर्माण क्षेत्र की तेज वृद्धि भी प्रभावित हुई है। एलऐंडपी ग्लोबल द्वारा संकलित […]

ताजा खबरें, बजट, भारत

Budget 2025: क्या इस साल के बजट में सरकार गिग वर्कर्स की सुरक्षा के लिए कुछ सोचेगी? क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Budget 2025: भारत में गिग वर्कर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। नीति आयोग की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2029-30 के अंत तक भारत में गिग वर्कर्स की संख्या बढ़कर 2.35 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जो साल 2020-21 में 77 लाख के आस पास थी। लेकिन गिग वर्कर्स की बढ़ती संख्या […]