अतार्किक विकल्प: चीन का बढ़ता प्रभाव और भारत के पास विकल्प
बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी राजीव बजाज ने पिछले सप्ताह यह कहकर खतरे की घंटी बजा दी कि अगर चीन ने दुर्लभ खनिजों का निर्यात रोक दिया तो भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग का पहिया थम जाएगा। इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाले चुंबक (चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने के लिए) के लिए […]
ट्रंप के दोहरे लक्ष्य में फंसे शुल्क समझौते
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक को भारत के बजाय अमेरिका में ही आईफोन बनाने की हिदायत दी। यह ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ यानी अमेरिका को सबसे ऊपर रखने की मुहिम का ही हिस्सा है। कुक की कंपनी ऐपल अमेरिका में 500 अरब डॉलर निवेश करने की […]
बाजार से निकल रहे कौन से संदेश?
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने 2अप्रैल को टैरिफ बढ़ाने का धमाका किया तो वैश्विक बाजार कांप उठे। उन्होंने 9 अप्रैल से जो टैरिफ या शुल्क लागू करने की घोषणा की थी उसके तहत सभी देशों पर 10 फीसदी का बुनियादी टैरिफ लागू किया जाना था जबकि चीन पर 145 फीसदी का दंडात्मक टैरिफ लगाने […]
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के बीच भारत
दिल्ली में नीति निर्धारकों और विशेषज्ञों ने झट से कह दिया कि अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध भारत के लिए सुनहरा मौका है। आपूर्ति श्रृंखला बिगड़ने और भू-राजनीतिक तनाव गहराने पर क्या भारत निर्यात बाजार में चीन की भारी हिस्सेदारी अपने नाम कर पाएगा? ऊपर से तो ऐसा ही दिख रहा है […]
ट्रंप का टैरेफ तूफान: पूरी दुनिया को झकझोरने वाली रणनीति
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अप्रैल के आरंभ में उन देशों एवं समूहों पर भारी भरकम शुल्क लगा कर पूरी दुनिया में खलबली मचा दी, जो अमेरिका से आयात कम करते हैं और उसे निर्यात ज्यादा करते हैं। इनमें चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। ट्रंप का यह […]
शेयर पुनर्खरीद में कर पर हो फिर विचार
दुनिया भर में कंपनियां अपने शेयरधारकों को पूंजी लौटाने, बहीखाते दुरुस्त रखने और बेहतरीन माली हालत का संकेत देने के लिए शेयर पुनर्खरीद का रास्ता खूब पकड़ती हैं। ऐपल ने पिछले पांच साल में 430 अरब डॉलर के शेयर वापस खरीदे हैं, जिससे इसका शेयर चढ़ा है। मगर भारत में शेयर पुनर्खरीद को दुधारू गाय […]
ट्रंप के शुल्कों से ध्वस्त होती वैश्विक व्यवस्था
कोई नहीं बता सकता कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप कब क्या करेंगे या कहेंगे। मगर दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद से उन्होंने जो कदम उठाए हैं उनसे कट्टर नीति निर्माता, कारोबारी, व्यापारी, निवेशक, राजनेता और अफसरशाह हैरत में पड़ गए हैं। अभी तो उन्हें व्हाइट हाउस में 46 महीने और रहना है। जो कुछ […]
क्या बाजार फिर हो पाएगा तेजी पर सवार?
पिछले साल सितंबर के अंत और दिसंबर की शुरुआत के दरम्यान तमाम बाजार सूचकांक अपने शिखर पर पहुंच गए थे। लेकिन वहां से वे ऐसे फिसले कि ठहरते नहीं दिख रहे। निफ्टी 50 सूचकांक 13 प्रतिशत गिर चुका है, निफ्टी 500 तथा निफ्टी मिडकैप 16 प्रतिशत लुढ़क चुके हैं और निफ्टी स्मॉलकैप एवं माइक्रोकैप तो […]
क्या है विकसित भारत की राह?
मौजूदा सरकार ने जब से ‘2047 तक विकसित भारत’ का नया नारा दिया है तभी से बहस-मुबाहिसे चल रहे हैं कि देश संपन्न कैसे हो। कोई देश कैसे धनवान बनता है इस पर भारत ही नहीं पूरी दुनिया में बहस चलती रहती है। इसकी वजह यह है कि दुनिया में कुछ ही संपन्न देश हैं […]
अतार्किक विकल्प: छोटे शेयरों की दुनिया में दिखेंगे बदलाव
पिछले पखवाड़े सीएनएक्स स्मॉलकैप 100 सूचकांक 7.3 प्रतिशत लुढ़क गया। इस सूचकांक में इससे ज्यादा गिरावट दिसंबर 2022 में आई थी, जब यह 8.33 प्रतिशत फिसला था। स्मॉलकैप 100 सूचकांक में शामिल शेयरों में पिछले कुछ महीनों से बदलाव की कवायद चल रही थी मगर यह उठ नहीं पाया और आखिरकार लुढ़क गया। सूचकांक के […]