लेखक : असित रंजन मिश्र

अर्थव्यवस्था

भारत में अधिक वृद्धि के साथ तेजी से घटेगी गरीबी

फ्रांस के अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी आर्थिक असमानता, धन वितरण और पूंजीवाद पर अपने अभूतपूर्व शोध के लिए जाने जाते हैं। वह पेरिस स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स के प्रोफेसर और वहां वर्ल्ड इनइक्वैलिटी लैब (डब्ल्यूआईएल) एवं वर्ल्ड इनइक्वैलिटी डेटाबेस (डब्ल्यूआईडी) के सह-संस्थापक भी रहे हैं। पिकेटी के शोध ने वैश्विक स्तर पर एक नई बहस की शुरुआत […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

New RBI Governor: रिजर्व बैंक को मिलेगा मृदुभाषी मल्होत्रा के अनुभवों का लाभ

राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने 7 नवंबर को उद्योग संगठनों की बजट पूर्व प्रस्तुतियों को पूरी तन्मयता से सुना और इसके बाद उन्होंने उनकी बजट पूर्व सिफारिशों को प्राप्त किया। किसी को अनुमान भी नहीं था कि मृदु भाषी मल्होत्रा बजट बनाने की प्रक्रिया को छोड़कर भारतीय रिजर्व बैंक के अगले गवर्नर बनने जा रहे […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, भारत

अब नहीं आएंगे गोल्ड बॉन्ड! वित्तीय बोझ कम करने की तैयारी

सरकार अपना कर्ज कम करने पर ध्यान दे रही है। इसी क्रम में वित्त मंत्रालय अगले वित्त वर्ष (2025-26) से सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड बंद करने पर विचार कर रहा है। एक वरिष्ठ सरकारी अ​धिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘सरकार को सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों को परिपक्वता अव​धि पूरी होने […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

नागेश्वरन ने चेताया, कर्मचारियों का कम वेतन कंपनी जगत और अर्थव्यवस्था के लिए हो सकता है आत्मघाती

भारतीय कंपनी जगत द्वारा कर्मचारियों को अपेक्षाकृत कम वेतन दिए जाने की बढ़ती चिंता पर वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने आज कहा कि इसका उपभोक्ता मांग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही यह कॉरपोरेट क्षेत्र के लिए भी आत्मघाती हो सकता है। विश्लेषकों ने जुलाई-सितंबर तिमाही में […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

बैंकिंग संशोधन विधेयक पारित, बैंकों के कामकाज में सुधार और ग्राहकों के हितों की सुरक्षा के प्रावधान पर जोर

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 को आज लोक सभा में मंजूरी मिल गई। इस विधेयक का उद्देश्य निवेशकों के हितों की सुरक्षा को सुदृढ़ करना, ग्राहक ​शिकायत और बैंकों के संचालन मानकों में सुधार लाना है। विधेयक में बैंकों से संबं​धित 19 संशोधन का प्रस्ताव किया गया है। इनमें […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

भारत का जीडीपी वृद्धि अनुमान घटाया, वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में तेजी की उम्मीद

आर्थिक अनुमान जाहिर करने वाली एजेंसियों ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि के अपने अनुमान में भारी कटौती की है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि 5.4 फीसदी रही, जो पिछली सात तिमाहियों में सबसे कम थी। इसे देखते हुए रेटिंग एजेंसियों […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

धीमी पड़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार, वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 5.4 फीसदी रही; 7 तिमाही में सबसे कम

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में देश की आ​र्थिक वृद्धि दर में अनुमान से ज्यादा कमी आई है। दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 5.4 फीसदी रही जो सात तिमा​ही में सबसे कम है। इस आंकड़े ने विश्लेषकों को भी हैरान कर दिया क्योंकि वे वृद्धि दर 6.5 फीसदी […]

अंतरराष्ट्रीय, आज का अखबार, भारत

‘ट्रंप शुल्क’ से बच सकता है भारत! व्यापार संतुलन बदलने की आशंका

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के अगले साल शासन की बागडोर संभालने के बाद भारत संभवत: ट्रंप प्रशासन द्वारा शुरुआती शुल्क बढ़ोतरी से बच सकता है। ट्रंप ने आज घोषणा की कि वह कनाडा और मेक्सिको की वस्तुओं पर 25 फीसदी और चीन के उत्पादों पर 10 फीसदी शुल्क बढ़ाएंगे। ट्रंप की सत्ता में वापसी से […]

आज का अखबार, उद्योग

ITI upgradation scheme: आईटीआई को बेहतर बनाने के लिए मंत्रालय बना रहा प्रस्ताव

कौशल मंत्रालय ने 1,000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को बेहतर बनाने की योजना पर साझेदारों से विचार-विमर्श पूरा कर लिया है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय आईटीआई के उन्नयन के मसौदे के दिशानिर्देश तय कर रहा है। फिर इस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए भेजा जाना है। सरकार ने वित्त वर्ष 25 […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

Urban unemployment: शहरी बेरोजगारी नीचे आई, महिलाओं की बेरोजगारी में गिरावट से सुधार

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर तिमाही) के दौरान शहरी बेरोजगारी की दर घटकर 6.4 प्रतिशत पर आ गई है। यह 2017 से संकलित किए जा रहे आंकड़ों में सबसे कम बेरोजगारी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा सोमवार को शहरी भारत के लिए जारी तिमाही आवर्ती श्रम बल सर्वे (पीएलएफएस) के आंकड़ों के […]