लेखक : अभिजित लेले

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

ग्राहक सेवा दुरुस्त करने के लिए सरकारी बैंक कर रहे प्रशिक्षुओं की भर्ती, कस्बाई और गांवों की शाखाओं पर है फोकस

ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में ग्राहकों से संबंध ठीक करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ बैंकों (पीएसबी) ने प्रशिक्षु कार्यक्रमों के तहत पहली बार भर्तियां शुरू कर दी हैं। पिछले कुछ साल के दौरान धीरे धीरे बैंकों के कर्मचारियों में आई कमी को देखते हुए ये भर्तियां की जा रही हैं। हाल ही में […]

आज का अखबार, बैंक

सुगम ऋण भुगतान योजना: IDBI Bank ने पेश किया एकमुश्त समाधान स्कीम, फंसे हुए खुदरा कर्ज से ऐसे मिलेगी निजात

फंसे हुए खुदरा कर्ज की रिकवरी को गति देने के लिए निजी क्षेत्र के कर्जदाता आईडीबीआई बैंक ने एकमुश्त समाधान (OTS) की विशेष योजना पेश की है। इस योजना का लाभ कर्ज लेने वाले ऐेसे लोगों को मिल सकेगा, जिनका 10 लाख रुपये से 10 करोड़ रुपये तक मूलधन बकाया है। ‘सुगम ऋण भुगतान योजना’ […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

Bank of India ने जुटाए 2,500 करोड़ रुपये

सरकार द्वारा संचालित बैंक ऑफ इंडिया ने बुधवार को टियर-2 बॉन्डों के माध्यम से 7.49 फीसदी कूपन दर पर 2,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। एक सूत्र ने कहा, ‘यह सख्त कटऑफ है। लेकिन यह जारीकर्ता के अनुमान के मुताबिक है। इससे बाजारों में तेजी की धारणा के […]

आज का अखबार, ताजा खबरें, बैंक, शेयर बाजार

पंजाब एंड सिंध बैंक 3,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की तैयारी में, आगे भी भारी फंडरेजिंग का प्लान; QIP के लिए मर्चेंट बैंकर होंगे नियुक्त

पब्लिक सेक्टर के पंजाब एंड सिंध बैंक (PSB) ने 3,000 करोड़ रुपये तक की राशि इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड्स ( infrastructure bonds) के जरिये जुटाने की योजना बनाई है। बैंक यह कदम डिपॉजिट्स के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा और कम लागत वाले फंड जुटाने के उद्देश्य से उठा रहा है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में सरकारी बैंकों ने इन्फ्रास्ट्रक्चर […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

अप्रैल-जुलाई 2024 में net FDI 5.5 अरब डॉलर तक पहुंचा; मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे सेक्टर्स की अहम हिस्सेदारी

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) बढ़कर 5.5 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3.8 अरब डॉलर था। इसमें वृद्धि की वजह सकल एफडीआई की बढ़ी आवक है, जिसमें वित्त वर्ष 2024-25 के […]

अंतरराष्ट्रीय, अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, वित्त-बीमा

NRI deposits: विदेश में रह रहे भारतीयों ने जमा किया 93% अधिक धन, सबसे ज्यादा आवक FCNR (B) जमाओं में हुई

वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल-जुलाई के दौरान विदेश में रह रहे भारतीयों ने प्रवासी भारतीय (एनआरआई) जमा योजनाओं में करीब 5.82 अरब डॉलर जमा किए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस योजना के तहत पिछले साल की समान अवधि के दौरान जमा की गई राशि की तुलना में यह […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

Bank liquidity challenge: नकदी के लिए बैंकों को प्रतिभूति का सहारा

कर्ज की जोरदार मांग के बीच बैंकों को धन जुटाने में चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में वे नकदी की स्थिति सुधारने के लिए प्रतिभूतिकरण के मार्ग का सहारा ले रहे हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अनुमान लगाया है कि जुलाई सितंबर तिमाही (वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही) में 45,000 करोड़ […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

घटेगा बैंकों को सस्ते में मिलने वाला धन: SBI चेयरमैन सीएस शेट्टी

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने आज कहा कि भारत के बैंकों में कम लागत का चालू व बचत खाते में जमा (कासा) का अनुपात अभी और कम होगा, जो पहले से ही कम है। शेट्टी का कहना है कि सरकार के साथ कॉर्पोरेट सेक्टर के बेहतर नकदी प्रबंधन के कारण ऐसा […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

जमा राशि की किल्लत से जूझ रहे सरकारी बैंक, जनधन खातों से खजाना भरने की कर रहे कोशिश

पिछले कुछ अरसे से जमा राशि की किल्लत से जूझ रहे सरकारी बैंक इसे रफ्तार देने के लिए अब जनधन खातों का सहारा ले रहे हैं। आम तौर पर इन खातों का उपयोग सरकारी योजनाओं के तहत लाभ या सब्सिडी की रकम भेजने के लिए किया जाता रहा है। मगर लोगों का रुझान अधिक यील्ड […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

2030 तक दोगुना होगा इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च, निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने पर जोर: वित्त मंत्रालय

वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू ने कहा कि सरकार हालिया आधारभूत ढांचे में भारी बढ़ोतरी कर रही है। इसमें निजी क्षेत्र को निवेश बढ़ाने की जरूरत है। देश को वर्ष 2030 तक आधारभूत ढांचे पर खर्च दोगुना करके 140 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। भारत को अगले कुछ […]